एक महीने की पदयात्रा होने के बाद राहुल ने मीडिया के सामने कई मुद्दों पर खुलकर रखी राय
बेंगलुरु। कन्याकुमारी से जम्मू-कश्मीर तक ‘भारत जोड़ो’ यात्रा पर निकले राहुल गांधी ने साफ कर दिया है कि अकेले हिंदी भाषा को राष्ट्र भाषा बनाने का इरादा नहीं है।
साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि कन्नड़ भाषा जैसी क्षेत्रीय भाषाओं को कोई भी खतरा नहीं है।
खास बात है कि सियासी हलकों में भाषा के मुद्दे पर जमकर बहस छिड़ी हुई है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन भी इसपर प्रतिक्रियाएं दे चुके हैं।
राहुल ने शनिवार 8 अक्टूबर को अपनी पदयात्रा के दौरान कर्नाटक के तुरुवेकरे में कई शैक्षणिक संस्थानों के प्रतिनिधियों और शिक्षकों के साथ बातचीत में यह बात कही। उन्होंने पत्रकारों से भी चर्चा की।
पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री प्रियांक खड़गे ने पत्रकारों को ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की जानकारी देते हुए कहा, ”राहुल गांधी के साथ कन्नड़ की पहचान को लेकर बातचीत की गयी।
फिर उन्होंने कहा कि प्रत्येक मातृभाषा अहम है। हम सभी भाषाओं का सम्मान करते हैं। संविधान में सभी को अधिकार प्राप्त है।’
LIVE: Press briefing | Bharat Jodo Yatra | Turuvekere | Karnataka https://t.co/R90Y2XMAiF
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 8, 2022
कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के मीडिया प्रकोष्ठ के प्रभारी खड़गे ने कहा, ‘अत: उन्होंने (राहुल गांधी) साफ तौर पर कहा कि अकेले हिंदी को राष्ट्र भाषा बनाने का कोई इरादा नहीं है और आपकी भाषा (कन्नड़) की पहचान को कोई खतरा नहीं है।’ उन्होंने कहा कि बातचीत में भाग लेने वाले लोगों ने पुष्टि की कि वे कांग्रेस पार्टी से जुड़े नहीं हैं लेकिन संविधान को बचाने के लिए यात्रा में भाग ले रहे हैं।
अंग्रेजों से पैसे लेते थे सावरकर:आरएसएस ने ब्रिटिश राज का समर्थन किया
भारत जोड़ो यात्रा के एक महीने पूरे होने के बाद राहुल गांधी ने शनिवार को कर्नाटक के तुरुवेकरे में 34 मिनट की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
राहुल इस दौरान सावरकर, आरएसएस और पीएफआई से लेकर कांग्रेस की अंदरुनी राजनीति पर बात की। कांग्रेस सांसद ने कहा- देश की जनता भ्रष्टाचार से परेशान है और सरकार इसे मैनेज करने के लिए मीडिया पर कंट्रोल कर रही है।
भारत के विभाजन को लेकर पूछे गए एक सवाल पर राहुल ने कहा- आजादी की लड़ाई में सावरकर अंग्रेजों के लिए काम करते थे और उसे इसके लिए पैसे मिलते थे।
राहुल ने आगे कहा- आरएसएस ने भी ब्रिटिश राज का समर्थन किया था और आज उनकी नफरत के खिलाफ ही भारत जोड़ो यात्रा निकाली जा रही है।
कारोबारी के खिलाफ नहीं, मोनोपॉली का विरोध
#1MonthOfBharatJodoYatra completed!
Here's a look back at how the journey has unfolded.
7th September
From the spiritual land of Kanyakumari, the first call to unite India! pic.twitter.com/YUuc8ZVUBG
— Bharat Jodo Nyay Yatra (@bharatjodo) October 8, 2022
इस दौरान राजस्थान में अडानी समूह के इन्वेस्टमेंट करने के सवाल पर भी राहुल बोले। उन्होंने कहा- मैं कॉर्पोरेट के खिलाफ नहीं हूं। मैं मोनोपॉली के खिलाफ हूं। राजस्थान में प्रक्रिया के हिसाब से वहां सब कुछ सही है।
सरकार ने कोई पावर इस्तेमाल कर वहां अडानी को फायदा नहीं पहुंचाया है। अगर, कभी फायदा पहुंचाया जाएगा, तो मैं सबसे पहले विरोध करुंगा।
पीएफआई बैन पर बोले- सांप्रदायिकता के खिलाफ लड़ाई
पीएफआई पर बैन को लेकर पूछे गए सवाल पर राहुल ने कहा कि भारत में घृणा और सांप्रदायिकता फैलाने वाली हर ताकत से हम लड़ेंगे।
वह चाहे किसी भी समुदाय से क्यों ना आते हो। भारत जोड़ो यात्रा नफरत और हिंसा के खिलाफ निकाली जा रही है।
रिमोट कंट्रोल से नहीं चलेंगे कांग्रेस अध्यक्ष
राहुल ने आगे कहा कि कांग्रेस के जो भी नए अध्यक्ष होंगे, उन्हें रिमोट कंट्रोल से चलने वाला कहना अपमान है।
सभी सक्षम है और गांधी-नेहरु परिवार का कोई हस्तक्षेप नहीं है। राहुल ने प्रधानमंत्री मोदी पर प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं करने को लेकर भी निशाना साधा।
कर्नाटक में सीएम चेहरा चुनाव बाद तय होगा
कर्नाटक में अगले साल होने वाले चुनाव में पार्टी की ओर से चेहरा कौन होगा? इस सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा- कांग्रेस में नियमानुसार चुनाव बाद ही सीएम तय होगा। कर्नाटक कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष सिद्धरमैया और कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार सीएम की रेस में शामिल हैं।
बिना टेलीप्रॉम्प्टर, बिना पहले से सवाल देखे आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस का सवाल-जवाब
दूर-दूर तक ये जो अवाम नज़र आ रही है,
इसको ही हिंदुस्तान कहते हैं।#1MonthOfBharatJodoYatra pic.twitter.com/TybGju2KKs
— Bharat Jodo Nyay Yatra (@bharatjodo) October 8, 2022
पत्रकार- राहुल, आपको इतन सपोर्ट मिल रहा है, बूढ़े-बच्चे, आम लोग सब जिस तरह से मिल रहे हैं, आपका अनुभव कैसा है क्योंकि इस सबके पीछे एक बैक स्टोरी है, एक नैरेटिव है कि राहुल गांधी एलीट हैं, अकेज़नल पॉलिटिक्स करते हैं?
राहुल गांधी- यह समझने की जरूरत है कि मैं कुछ विचारों के लिए स्टैंड लेता हूं जो भाजपा और आरएसएस को डिस्टर्ब करता है। पूरी तरह से झूठ पर आधारित मेरी एक खास तरह की छवि बनाने के लिए हजारों करोड़ के ससांधन और मीडिया की ताकत को लगाया गया। यह मशीनरी आगे भी काम करती रहेगी।
यह मशीनरी पैसे से बहुत ताकतवर है। मेरा सच इससे अलग है, यह हमेशा से अलग रहा है। जो लोग गौर से देखते हैं वे देख सकते हैं कि मैं किसके लिए स्टैंड लेता हूं और मेरा सच क्या है।
I am by nature a believer in Tapasya.
Bharat Jodo Yatra is a powerful experience in sharing the suffering of our people and also learning from their tremendous wisdom.#1MonthOfBharatJodoYatra pic.twitter.com/oYzUepQhYq
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 8, 2022
बेशक इस यात्रा में राजनीतिक तत्व मौजूद है, तमाम कांग्रेस के लोग इसमें शामिल हैं, लेकिन मेरे लिए इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य करोड़ों लोगों तक पहुंचना और उनसे आमने-सामने मिलना है।
मैं महसूस करता हूं कि हमारे राजनीतिक सिस्टम में नेताओं और हमारे नागरिकों के बीच एक दूरी पैदा हो गई है। कार या प्लेन में बैठकर यात्रा करना आसान था।
मैं आराम करता। कोई कार चलाता। ज्यादातर नेता यही करते हैं। मेरा स्वभाव है कि मैं तपस्या में विश्वास करता हूं। यह हमेशा से मेरा और मेरे परिवार का नेचर है।
लोगों से मिलने की इस यात्रा में मैं आराम नहीं चाहता था, मैंने कष्टपूर्ण रास्ता चुना। इस सफर में जब मैं लोगों से मिलता हूं तो वे मुझसे अपना भी दुख बांटते हैं।
यह बहुत सशक्त अनुभव है। सड़क पर चलने के बाद जब आप थक जाते हैं, उसके बाद संवाद बेहद सजह होता है। जब लोग देखते हैं कि ये तो सड़क पर चल रहा है तो वे खुलकर अपनी बात कहते हैं। यह सीखने के लिए बहुत अच्छा अनुभव है।
जब हम कैमरे के सामने होते हैं तो बातचीत में उतनी ईमानदारी नहीं होती। बात को तोड़ा-मरोड़ा जाता है, लेकिन उस बातचीत में ईमानदारी होती है।
एक चीज मैं और कहना चाहता हूं कि हमारे लोगों में असाधारण समझदारी है, लेकिन जिस तरह की राजनीति हो रही है, उसके चलते वह बर्बाद हो रही है। उन्हें जो करना चाहिए, वे नहीं कर पा रहे हैं….।
30 Days
700+ Kms
3 States
Countless Conversations & Abundant Love#BharatJodoYatra #1MonthOfBharatJodoYatra pic.twitter.com/vYQS0sM6cS
— Bharat Jodo Nyay Yatra (@bharatjodo) October 8, 2022