रायपुर। क्या प्रदेश में 6 डे वर्किंग की पुरानी व्यवस्था लागू होगी? स्वास्थ्य कमिश्नर व डायरेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला ने मंगलवार को एक आदेश जारी कर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को मोबाइल बेस्ड अटेंडेंस सिस्टम पर समय पर हाजिरी लगाने को कहा है। ये भी कहा है कि निर्धारित समयावधि में उपस्थिति दर्ज नहीं पाए जाने पर नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए अधिकारी-कर्मचारी स्वयं जिम्मेदार होंगे।
कमिश्नर ने आदेश में कहा है कि शासन के आदेश का पालन करना जरूरी है। कार्यालय के सुचारू रूप से कार्य संपादन के लिए शासन द्वारा निर्धारित समय पर उपस्थित होना अनिवार्य है। इसके क्रियान्वयन के लिए एनआईसी आधार बेस अटेंडेंस लागू किया जा रहा है। संचालनालय के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। शासन के आदेशानुसार सुबह 10 बजे से उपस्थिति अनिवार्य है। वहीं, शाम साढ़े 5 बजे तक ड्यूटी करनी होगी। निर्धारित समय पर इन व आउट का अटेंडेंस जरूरी है।
इसकी नियमित रूप से समीक्षा की जाएगी। जो समय पर उपस्थित नहीं होंगे, उनका वेतन काटा जा सकता है। देखने वाली बात ये होगी कि कमिश्नर के आदेश का असर अधिकारियों व कर्मचारियों पर कितना होता है। प्रदेश में 2 फरवरी 2022 से 5 डे वर्किंग सिस्टम लागू किया गया था। कई बार सप्ताह में अन्य छुट्टी होने से कामकाज ठप पड़ जाता है।
कर्मचारी-अधिकारी शुक्रवार से ही छुट्टी के मूड में आ जाते हैं। इससे आम लोगों का काम अटकता है। यहीं नहीं, फाइलों का मूवमेंट भी ठप पड़ रहा है। मेडिकल कॉलेज की बात करें तो शनिवार को कई विभाग भी नहीं खुलता। कई बार डीन कार्यालय खुलता है, लेकिन नियमित नहीं। दरअसल, ताले की चाबी उसके पास होती है, जिनकी छुट्टी होती है।