गीदम को नए राजस्व अनुभाग का दर्जा,फागुन मड़ई में आए
देवी-देवताओं के बिदाई समारोह में शामिल हुए मुख्यमंत्री बघेल
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गुरुवार 9 मार्च को जिला मुख्यालय दंतेवाड़ा में माँ दंतेश्वरी मंदिर परिसर में आयोजित फागुन मड़ई में आए देवी-देवताओं के बिदाई समारोह में शामिल हुए। The status of new revenue section to Geedam, Chief Minister Baghel participated in the farewell ceremony of deities who came to Phagun Madai
यहां मुख्यमंत्री बघेल ने गीदम में बनने वाले मेडिकल कॉलेज का नामकरण मां दंतेश्वरी के नाम पर करने, गीदम को नए राजस्व अनुभाग का दर्जा देने और शंखनी-डंखनी नदी में पर्यटन के लिए रिवर फ्रंट व्यू पॉइंट का निर्माण करने की घोषणा की।
मां दंतेश्वरी के आंगन में होली खेलने आए 851 देवी-देवताओं को दी गई बिदाई
फागुन मड़ई में आए देवी-देवताओं के बिदाई समारोह में पहली बार शामिल हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री ने यहां ओडिशा व तेलंगाना सहित बस्तर के 851 देवी-देवताओं की बिदाई को अदभुत बताया। उन्होंने कहा कि बस्तर की संस्कृति के कई रंग हैं, बस्तर के दशहरा के समान दंतेवाड़ा की फागुन मड़ई भी पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है।
LIVE: फागुन मड़ई कार्यक्रम 2023, दंतेवाड़ा https://t.co/Zi03nUMUsc
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) March 9, 2023
मां दंतेश्वरी के आंगन में होली खेलने के लिए क्षेत्र के सैकड़ों देवी-देवता यहां आते हैं। हमारे यहां की आदिवासी परंपराओं के पीछे जो भाव, दर्शन और कथाएं हैं, उसे जाने-समझे बिना छत्तीसगढ़ की संस्कृति को नहीं पहचाना जा सकता। सरकार ने अपनी गौरवशाली और अनूठी परंपराओं और तीज-त्यौहारों को सहेजने का काम किया है।
उन्होंने कहा-गांव-गांव में स्थित देवगुड़ियों के संरक्षण का काम भी इसी उद्देश्य से शुरू किया है। आदिवासी परंपराओं को आगे बढ़ाने वाले पुजारी, बैगा, गुनिया, मांझी, हाट पहरिया, बजा मोहरिया को राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना में शामिल करते हुए उनके लिए 7 हजार रुपए की वार्षिक सहायता की व्यवस्था की गई है।
मानदेय में वृद्धि का खास तौर पर किया उल्लेख
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार के बजट में कोटवारों, गांव के पटेलों, मध्यान्ह भोजन तैयार करने वाले रसोइयों, स्कूलों के स्वच्छता कर्मचारियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, आंगनबाड़ी सहायिकाओं, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, मितानिनों और होमगार्ड के जवानों के मानदेय में वृद्धि का प्रावधान किया गया है।
आज दंतेवाड़ा में आयोजित फागुन मड़ई में पहुँचकर ओडिसा, तेलंगाना राज्य और दंतेवाड़ा क्षेत्र के लगभग 851 देवी-देवताओं के बिदाई समारोह में शामिल हुआ।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी द्वारा की गई घोषणाएं –
– गीदम में बनने वाले मेडिकल कॉलेज का नामकरण मां दंतेश्वरी के नाम पर किया जाएगा। pic.twitter.com/ayjG7yP0Z7
— Kawasi Lakhma (@Kawasilakhma) March 9, 2023
राम वन गमन पर्यटन परिपथ परियोजना के जरिये छत्तीसगढ़ में भगवान राम से जुड़ी ऐसी ही स्मृतियों को सहेजा जा रहा है। राज्य सरकार ने इस साल के बजट में भी छत्तीसगढ़ के तीज त्यौहारों और परंपराओं को आगे बढ़ाने के लिए ‘मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना’ की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि राज्य के आदिवासी क्षेत्रों के विकास के लिए विश्वास, विकास और सुरक्षा की नीति अपनाई है। बस्तर को पहले नक्सली घटनाओं के लिए जाना जाता था, आज बस्तर की पहचान दंतेवाड़ा का डेनेक्स, जगदलपुर का काजू और कॉफी, नारायणपुर की फूल झाड़ू, कोंडागांव का तिखुर और कांकेर के मिलेट्स कारखाने से होती है।
मेडिकल कालेज की स्थापना से अंचल में दूर होगी चिकित्सकों की कमी
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि इस साल के बजट में प्रदेश में चार नये मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की गई है, इनमें से एक मेडिकल कॉलेज गीदम में खोला जाएगा। मेडिकल कालेज के स्थापना से अंचल में चिकित्सकों की कमी दूर होगी और यहां के बच्चे अध्ययन कर यहीं अपनी सेवाएं देंगे। इस कार्यक्रम में विभिन्न जगहों से पहुँचे देवी-देवताओं के आशीर्वाद से बस्तर उन्नति की राह पर चलेगा।
देवी-देवताओं के बिदाई समारोह 'फागुन मड़ई' में शामिल मुख्यमंत्री श्री @bhupeshbaghel ji ने की अनेक घोषणाएं-
_गीदम में बनने वाले मेडिकल कॉलेज का नामकरण मां दंतेश्वरी के नाम पर
-डंकिनी-शंखिनी नदी में रिवर फ्रंट का निर्माण
_गीदम को नए राजस्व अनुभाग का दर्जा
Dantewada District, Cg pic.twitter.com/q1OIu91Ajq
— Chhattisgarh Congress Sevadal (@SevadalCG) March 9, 2023
कार्यक्रम को उद्योग मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा, सांसद दीपक बैज और विधायक देवती कर्मा ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम मंडावी, विधायक चित्रकोट राजमन बेंजाम, क्रेडा के अध्यक्ष मिथलेश स्वर्णकार, इंद्रावती विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष राजीव शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष तूलिका कर्मा, मुख्यमन्त्री सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी, कमिश्नर श्याम धावड़े, आईजी सुंदरराज पी., संचालक खनिज विभाग जय प्रकाश मौर्य, कलेक्टर विनीत नंदनवार, पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी, मंदिर समिति के पुजारी, मांझी चालकी व अन्य सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों उपस्थित थे।
पुजारियों को सामग्री और देवगुड़ियों को दिया गया सामुदायिक वनाधिकार पत्र
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कार्यक्रम के उपरांत पुजारियों को सामग्री भेंट की। जिसमे विकासखंड कटेकल्याण के अनतराम पुजारी, कटेकल्याण जिहाकोड़ता के दशरू कवासी, गीदम विकासखंड के तुमनार निवासी बुधराम डेगल, दंतेवाड़ा विकासखंड से रामलाल गायता, जगदलपुर महुपाल केे आशाराम पुजारी को भेंट दी।
'फागुन मड़ई' के समापन कार्यक्रम में शामिल होने @DantewadaDist पहुँचे मुख्यमंत्री श्री @bhupeshbaghel
– हेलीपैड में विभिन्न जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों एवं नागरिकों ने किया उनका आत्मीय स्वागत।
– इस दौरान मंत्री श्री @Kawasilakhma भी मुख्यमंत्री जी के साथ रहे उपस्थित। pic.twitter.com/oRwYcHrHid
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) March 9, 2023
कार्यक्रम में जिले के सामुदायिक वन अधिकार पत्र के वितरण के तहत 5 देवगुड़ियों को प्रतीकात्मक स्वरूप सामुदायिक वन अधिकार पत्र का वितरण किया गया। जिले में अब तक 122 देवगुड़ियों को सामुदायिक वनाधिकार पत्र जारी किया जा चुका है। इसमें मुख्यमंत्री के हाथों कुआकोंडा के रेंगानार दंतेवाड़ा विकासखंड के मेटापाल, भोगाम, केशापुर और गीदम के कारली के मातागुड़ी को सामुदायिक वनाधिकार पत्र दिया गया।