भिलाई। बुधवार को ED की टीम ने मुख्यमंत्री के करीबियों के यहां छापेमार कार्रवाई की। सीएम के ओएसडी आशीष वर्मा और मनीष बंछोर, कारोबारी विजय भाटिया और सीएम के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा के घर रेड पड़ी है, जिसे कांग्रेस ने टारगेटेड बताया है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला का कहना है कि विनोद वर्मा कांग्रेस राजनीतिक प्रशिक्षणों के साथ बूथ कमेटियों का भी काम देखते हैं इसलिए उनको डिस्टर्ब करने के लिए ये रेड हुई है।
आशीष वर्मा, मनीष बंछोर दोनों ही मुख्यमंत्री के ओएसडी है। दोनों का मूल कार्य मुख्यमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र पाटन में राजनैतिक गतिविधियों को संचालित करना है। विजय भाटिया मुख्यमंत्री के पारिवारिक मित्र हैं। पाटन में बीजेपी ने अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। अब पाटन में कांग्रेस के काम को बाधित करने के मकसद से ED यहां पहुंची है।
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ED की रेड को लेकर कांग्रेस के आरोप
जब-जब प्रदेश में राजनैतिक गतिविधियां तेज होती है या कोई राजनैतिक हलचल होती है तभी ईडी की कार्रवाई क्यों होती है?
कांग्रेस के 85वां अधिवेशन के समय कांग्रेस नेताओं के यहां ईडी की गई, ताकि अधिवेशन को बाधित किया जाये।
यूपी, असम, हिमाचल और कर्नाटक चुनाव के समय भी ईडी की छापेमारी की गयी।
जब-जब केन्द्रीय मंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ आये, उसके पहले तीनों बार ईडी की कार्रवाई हुई कोरबा, जगदलपुर, रायपुर तीनों जगह ही शाह के दौरे के पहले ईडी का आना मात्र संयोग है या साजिश?
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि ED की छापेमारी और उसकी कार्रवाईयों की टाइमिंग ही ये बता रही है कि बीजेपी अपने राजनैतिक मकसद को पूरा करने के लिए काम कर रही है और प्रदेश में सनसनी और सरकार के खिलाफ झूठा माहौल बनाने की साजिश कर रही है।
सीएम के आसपास रहने वालों की कलई खुल रही है-अजय चंद्राकर
छापे को लेकर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि सत्ता के शीर्ष में सीएम के इर्द-गिर्द बैठे लोगों की कलई खुल रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि वसूली करने और मनी लॉन्ड्रिंग करने वाले सरकार चला रहे हैं। चंद्राकर ने कहा कि कांग्रेस जांच एजेंसियों को दोष देती है, तब कोर्ट पर आरोप क्यों नहीं लगाती? सीएम आरोपियों को लेकर विधानसभा में स्पष्टीकरण देते हैं कि कुछ नहीं मिला और अगर नहीं मिला तो फिर ये जेल क्यों गए।