परीक्षा में 60 फीसदी से ज्यादा नंबर वालों का होता है
प्रमोशन,नई लेखा प्रशिक्षण शाला की अधिसूचना जारी
रायपुर। छत्तीसगढ़ के राज्य कर्मचारियों के ऑडिट में प्रशिक्षण के लिए एक जुलाई से नया स्कूल मिल जाएगा। यह स्कूल जगदलपुर में बनेगा। यहां केवल बस्तर संभाग के कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। अभी तक ऐसे प्रशिक्षण की सुविधा केवल रायपुर और बिलासपुर में ही थी।
वित्त विभाग ने कोष, लेखा एवं पेंशन संचालनालय के तहत जगदलपुर में लेखा प्रशिक्षण शाला शुरू करने की अनुमति दे दी है। गुरुवार को जारी वित्त विभाग की अधिसूचना के मुताबिक इस स्कूल का क्षेत्राधिकार बस्तर संभाग के जिलों पर होगा।
अधिकारियों ने बताया, राज्य सरकार अपने कर्मचारियों को ऑडिट का प्रशिक्षण देने के लिए रायपुर और बिलासपुर में ऐसे स्कूल का संचालन पहले से कर रही है। यहां कर्मचारियों का चार महीनों का प्रशिक्षण दिया जाता है। उसके बाद उनकी परीक्षा ली जाती है।
परीक्षा में 60% से अधिक अंक लाने वाले कर्मचारी को एक पदोन्नति मिलती है। इन स्कूलों में एक बैच के लिए 40 सीटें हैं। पांच साल की सेवा पूरी चुका कोई भी कर्मचारी अपने विभागाध्यक्ष के जरिए इस कोर्स के लिए आवेदन कर सकता है। कोर्स में चयन विभागों के लिए तय सीटों के अनुपात के आधार पर होता है। वित्त विभाग ने गुरुवार 23 जून को यह अधिसूचना जारी की है।
आवासीय सुविधा नहीं, इसलिए दिक्कत थी
अधिकारियों ने बताया, चार महीनों का यह कोर्स आवासीय नहीं है। इसका मतलब है कि दूसरे जिलों से प्रशिक्षण के लिए रायपुर या बिलासपुर आए कर्मचारियों को रहने की व्यवस्था खुद करनी पड़ती है।
कक्षाएं सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक लगती हैं। स्थानीय कर्मचारियों को दोपहर के बाद अपने ऑफिस में काम करना पड़ता है। लेकिन दूसरे जिलों से आए कर्मचारी चार महीने छुट्टी पर रहते हैं। इसकी वजह से विभागाध्यक्ष और कर्मचारी दोनों को प्रशिक्षण में असुविधा थी।