रायपुरः CG liquor Scam छत्तीसगढ़ में ACB और EOW ने बड़ी कार्रवाई की है। जांच एजेंसियों ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए 6 हजार करोड़ रुपए के शराब घोटाला मामले में आबकारी विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के रायपुर, बिलासपुर स्थित ठिकानों पर छापेमारी की है। हाल ही में ACB ने इस मामले में FIR भी दर्ज की थी। आबकारी गड़बड़ी में ACB-EOW ने भाटिया डिस्टलरी, वेलकम डिस्टलरी, रिटायर्ड IAS अनिल टुटेजा, पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांड, IAS निरंजन दास और कारोबारी अनवर ढेबर के 12 से ज्यादा ठिकानों पर दबिश दी है। छापे की कार्रवाई पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि यह विभाग का काम है, जांच की प्रक्रिया चलती रहती है।
इन ठिकानों पर चल रही कार्रवाई
- अरूणपति त्रिपाठी- सेक्टर-9, भिलाई
- निरंजन दास- देवेंद्र नगर, रायपुर
- सौरभ बख्शी, तत्कालीन सहायक आयुक्त आबकारी- कोरबा
- अनिल टुटेजा- कटोरा तालाब, रायपुर
- विवेक ढांढ- पुराने PHQ के पास रायपुर
- अशोक कुमार सिंह- अमलीडीह रायपुर
- अनवर ढेबर- ढेबर प्लाजा, बैरन बाजार, रायपुर
- अरविंद सिंह- अवंति विहार रायपुर
- राजेंद्र जायसवाल- अग्रसेन चौक तथा ग्राम छेरका, बिलासपुर
- मेसर्स विधु गुप्ता, मेसर्स प्रिज्म होलोग्राम एण्ड सिक्युरिटी- ग्रेटर नोएडा (UP)
- भूपेंद्र पाल सिंह भाटिया- सारागांव, बिलासपुर
- नवीन केडिया- इंडस्ट्रियल एरिया कुम्हारी
- सिद्धार्थ सिंघानिया- मेसर्स टॉप सिक्योरिटीज, रायपुर
- रविवार सुबह 6 बजे से चल रही कार्रवाई
ACB-EOW ने बिलासपुर के सरगांव स्थित भाटिया डिस्टलरी और कोटा स्थित वेलकम डिस्टलरी में आज सुबह 6 बजे दबिश दी। इधर, दुर्ग के कुम्हारी दुर्ग स्थित केडिया डिस्टलरी, रायपुर में अनवर ढेबर, पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांड समेत रिटायर्ड IAS अनिल टुटेजा के ठिकानों पर जांच जारी है। इन सभी के नाम ED की चार्ज शीट में भी हैं। EOW ने 2 दिन पहले ही कानूनी जानकारी के साथ FIR की गहन समीक्षा की थी।
लीक हुई छापे की जानकारी
CG liquor Scam सूत्रों का कहना है कि शराब केस में आरोपी बनाए गए पूर्व IAS अफसरों, कारोबारियों को पहले ही छापे की भनक लग चुकी थी। दो सप्ताह पहले ACB ने FIR दर्ज की थी। इसके बाद से ही आरोपी सर्तक हो चुके थे। इसके बाद विशेष अदालत में 24 फरवरी ACB ने वारंट की मांग की। हाईप्रोफाइल लोगों को इसकी भी खबर थी।