मुख्यमंत्री ने करसा में मंच से ही दिये थे तांदुला जलाशय से पानी
छोड़ने दिए निर्देश, कलेक्टर मीणा पहुंचे गांवों में किसानों के बीच
दुर्ग। पाटन के करसा में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल Chief Minister Bhupesh Baghel ने हरेली के अवसर पर ग्राम तर्रा के ग्रामीणों की माँग पर मंच से ही तांदुला जलाशय Tandula Reservoir से पानी छोड़ने के निर्देश दिये थे।
निर्देश पर तुरंत अमल हुआ था और दस मिनट बाद ही मुख्यमंत्री ने सभा से किसानों को बता दिया था कि पानी छोड़ दिया गया है। कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा Collector Pushpendra Meena 3 अगस्त को तर्रा एवं उन गांवों में स्थिति जानने पहुंचे, जहां नहर का पानी छोड़ दिया गया है।
किसानों ने बताया कि बिल्कुल सही समय पर पानी छोड़ दिया गया, हमारी खेती अब शानदार होगी। मुख्यमंत्री के निर्णय से खेती की जरूरत के वक्त पानी मिल गया। हम लोग बहुत खुश हैं।
पाटन में कई गांवों में अच्छी बारिश हुई लेकिन तर्रा एवं निकटवर्ती गांवों में बारिश बहुत खराब रही। नहर से पानी छोड़ दिये जाने से खेतों को संजीवनी मिल गई है।
तर्रा के किसान सेवाराम वर्मा ने बताया कि साहब, बिल्कुल सही टाइम में पानी छोड़े हव, बढ़िया खेत तक पानी पहुंच गे हे। बढ़िया फसल होही।
जलसंसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता सुरेश पांडेय Executive Engineer of Water Resources Department Suresh Pandey ने बताया कि उत्तर पाटन में 32 गांवों में पानी दिये जाने नहर का पानी छोड़ा गया जिसमें अभी की स्थिति में 28 गांवों तक पानी पहुंच गया है।
उन्होंने कहा कि दक्षिण पाटन में भी एहतियातन सिपकोना नहर को खोला गया है। इस मौके पर जिला पंचायत सीईओ अश्विनी देवांगन एवं एसडीएम विपुल गुप्ता भी मौजूद थे।
ठकुराइनटोला में पर्यटन के विकास के लिए बनेगा प्रोजेक्ट
कलेक्टर ने ठकुराइनटोला की साइट देखी और यहां पर सौंदर्यीकरण के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि धार्मिक रूप से यह महत्वपूर्ण स्थल है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर यहां लक्ष्मण झूला भी बन रहा है।
यहां की प्राकृतिक सुंदरता इतनी अच्छी है कि इसमें सौंदर्यीकरण और अच्छे पिकनिक स्पाट के रूप में विकसित होने की अच्छी संभावना है। कई पक्षियों की मौजूदगी भी यहां पर है इस तरह बहुत दुर्लभ स्थल है। इसके समग्र विकास के लिए प्रोजेक्ट तैयार किया जाएगा।
आंगनबाड़ी पहुंचे, वजन त्योहार का निरीक्षण किया
कलेक्टर पाटन ब्लाक के आंगनबाड़ी केंद्रों में भी पहुंचे। उन्होंने यहां वजन त्योहार का निरीक्षण भी किया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने बताया कि सभी बच्चों का वजन लिया जा रहा है तथा हाइट की माप की जा रही है।
कलेक्टर ने यहां हो रही एक्टिविटी भी देखी। उन्होंने कहा कि कुपोषित बच्चों पर नजर रखना सबसे अहम टास्क है। कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग Women and Child Development Department के अधिकारियों को बताया कि अपने क्षेत्र में विशेष रूप से सर्वे करें कि किसी खास हिस्से में कुपोषण malnutrition तो नहीं है। यदि ऐसा है तो इसके लिए पृथक से प्लान करें ताकि पूरे हिस्से से कुपोषण दूर किया जा सके।
जैविक खेती कर रहे किसानों से मिले
अचानकपुर में कलेक्टर ने श्रीनिवासन के खेत देखे। श्रीनिवासन बीई ग्रेज्युएट हैं और खेती कर रहे हैं। उन्होंने अपने खेतों में बाड़ी लगाई है। डबरी बनाई है जिसमें मछलीपालन कर रहे हैं।
बकरीपालन की बड़ी योजना उनकी है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार खेती किसानी के जिस समग्र माडल पर कार्य कर रही है। वो बहुत अच्छा है।
कलेक्टर अरसनारा भी पहुंचे, यहां हो रही गौठान की गतिविधियों एवं आजीविकामूलक गतिविधियों को भी उन्होंने देखा और समूह की महिलाओं की प्रशंसा की। इसके अलावा कलेक्टर ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और सीएससी सेंटर का भी निरीक्षण किया।