प्रभावित 19 गांवों में जमीन खरीदी-बिक्री
पर तत्काल रोक लगाई छत्तीसगढ़ शासन ने
रायपुर। नवा रायपुर से राजनांदगांव के बीच भारतमाला प्रोजेक्ट Bharatmala Project के तहत प्रस्तावित नई सिक्सलेन के रास्ते में आ रहे 19 गांवों में जमीन खरीदी-बिक्री पर रोक लगा दी गई है। ये भी गांव नवा रायपुर के बाहरी इलाके में हैं। इन गांवों की जमीन का अब न तो नामांतरण होगा और न ही डायवर्सन।
मंगलवार 2 अगस्त को इस बारे में जिला प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। अब इन गांवों में जहां-जहां से भातरमाला प्रोजेक्ट के तहत बनने वाली सड़क गुजरेगी, वहां की जमीन की नाप-जोख होगी। ये देखा जाएगा कि किन-किन ग्रामीणों की कितनी-कितनी जमीन सड़क के रास्ते में आ रही है। सड़क के रास्ते की जमीन का अधिग्रहण acquisition of land किया जाएगा।
इस दौरान जिन ग्रामीणों की जितनी-जितनी जमीन सड़क के दायरे में आएगी, उसी हिसाब से उनका मुआवजा तय होगा। रायपुर कलेक्टर ने दोनों एसडीएम को नई सड़क के लिए जहां-जहां जमीन की आवश्यकता है, उसकी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट-डीपीआर Detail Project Report-DPR तैयार करने को कहा गया।
सड़क के रास्ते में जो जमीन आ रही हैं, उसके मालिक के नाम के साथ उसका खसरा नंबर, रकबा सब कुछ डीपीआर में रहेगा। रिपोर्ट तैयार होने के बाद ही जमीन खरीदी की जाएगी। इसके लिए जल्द ही अधिसूचना जारी की जाएगी। अफसरों का कहना है कि इस प्रक्रिया के साथ भारतमाला प्रोजेक्ट नेशनल हाईवे 53 के लिए जमीन अधिग्रहण land Acquisition for National Highway 53 शुरू हो गया है।
बनेगा नया इकोनॉमिक कॉरीडोर
भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बनने वाले इस नई सड़क से भिलाई-दुर्ग जाने का रास्ता सबसे आसान हो जाएगा। अभी तक लोगों के पास टाटीबंध और अमलेश्वर के रास्ते से भिलाई-दुर्ग जाने का इकलौता प्रमुख विकल्प है। नवा रायपुर से भी भिलाई-दुर्ग के लिए नई और सिक्सलेन सड़क बनने से ट्रैफिक का झंझट नहीं होगा।
अफसरों के अनुसार यह सड़क नई इकोनॉमिक कॉरीडोर economic corridor होगी। आने वाले दिनों में सड़क का विस्तार कर इसे मुंबई-कोलकाता तक जोड़ा जाएगा। यानी ट्रांसपोर्ट गाड़ियां भी इसी रास्ते से रायपुर तक आएंगी। आम लोगों के सड़क रास्ते का नया विकल्प भी उपलब्ध होगा।
कहीं फोर कहीं सिक्सलेन होगी
नवा रायपुर से राजनांदगांव के बीच प्रस्तावित ये नई सड़क 92.230 किमी लंबी होगी। यह सड़क कहीं फोर तो कहीं सिक्सलेन की होगी। भिलाई-दुर्ग तक यह पूरी तरह से सिक्सलेन होगी। जमीन की उपलब्धता के अनुसार इसे कहीं-कहीं फोर लेन भी किया जाएगा।
भारतमाता प्रोजेक्ट के तहत इस सड़क को राजनांदगांव के टेडेसरा गांव से शुरू किया गया है। यही दुर्ग-भिलाई से होते हुए नवा रायपुर के पारागांव में खत्म होगी। रायपुर में इस सड़क की लंबाई 48.73 किमी होगी। इस सड़क में अभनपुर के 17 और आरंग के 2 गांवों की भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा।