प्रदेश के सभी, तालाबों, नदियों को संरक्षित करने बन रहा मेगा प्लान
रायपुर। छत्तीसगढ़ में 35 हजार से ज्यादा वेटलैंड चिन्हित किए गए हैं। इसके अंतर्गत वन क्षेत्र के बाहर स्थित सभी तरह के डबरी, तालाब, नदियों को संरक्षित करने के लिए मेगा प्लान तैयार किया जा रहा है। इन वेटलैंड्स से राज्य में भू- जल स्तर सुधारने के साथ ही प्रदूषण रोकने में मदद मिलेगी। साथ ही जलीय जीव को बेहतर रहवास मिलेगा और इको सिस्टम बेहतर होगा।
इसे ध्यान में रखकर सरकार वेटलैंड के विकास के लिए एक्शन प्लान बनाने में जुट गई है। पहले चरण में प्रदेश के प्राकृतिक वेटलैंड natural wetlands को विकसित करने की योजना है। इसके तहत प्राकृतिक वेटलैण्डों की सूची तैयार करने के साथ- साथ उनकी इन्वेंट्री आदि तैयार की जाएगी।
विशेषज्ञ संस्थाओं की ली जाएगी मदद
राज्य के प्रमुख वेटलैंड्स को संरक्षित और उनके प्रबंधन के लिए विशेषज्ञ संस्थाओं की मदद से एक्शन प्लान बनाया जाएगा। इसके लिए बजट में अलग से प्रावधान भी किया जाएगा। प्राधिकरण में सीजी कास्ट के वैज्ञानिकों को भी शामिल किया गया है। प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख और वैज्ञानिक ‘ई 1’ डॉ. पी. कविश्वर के चयन को मंत्री अकबर की अध्यक्षता में हुई बैठक में मंजूरी मिली। वेटलैंड के संरक्षण करने और क्षेत्रीय कार्यों के संपादन के लिए जिला स्तरीय समितियों के गठित की जाएंगी।
इसरो ने रिमोट सेसिंग के माध्यम से की खोज
राज्य में पहली बार बड़े पैमाने पर वेटलैंड चिन्हित किए गए हैं। इसरो ने रिमोट सेंसिंग के जरिए छत्तीसगढ़ में 35 हजार से ज्यादा वेटलैंड चिन्हित किए हैं। इसमें से 2.25 हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्रफल के 7711 वेटलैंड हैं जबकि इससे छोटे 27 हजार 823 हैं।
अब इन वेटलैंड के विकास के लिए राज्य सरकार के स्तर पर कार्ययोजना तैयार की जा रही है। बता दें कि राज्य में वेटलैंड डेवलपमेंट के लिए प्राधिकरण का भी गठन किया गया है।
वेटलैंड से लाभ
शहरों एवं गांवों के डबरी, तालाब, नदी आदि प्रदूषण मुक्त होंगे
लोगों के साथ ही जीव जन्तुओं को पीने के लिए साफ पानी मिलेगा
भू – जल स्तर में सुधरेगा, गर्मी में पानी की किल्लत नहीं रहेगी
जलीय जीवों को बेहतर रहवास मिल सकेगा।
फैक्ट फाइल
कुल वेटलैंड – 35 हजार 534
बड़े वेटलैंड- 7711 (2.25 हे. से अधिक क्षेत्रफल)
छोटे वेटलैंड- 27823 (2.25 हेक्टेयर से छोटे)
कुल क्षेत्रफल – 03 लाख 37966 हेक्टेयर (कुल क्षेत्रफल का 2.5%)
राज्य में वेटलैंडों को चरणबद्ध तरीके से विकसित करने के लिए कार्ययोजना बनाई जा रही है। पहले प्राकृतिक वेटलैंड को विकसित करने की योजना है।
– मोहम्मद अकबर, वन एवं पर्यावरण मंत्री।
छत्तीसगढ़ में जंगल के बाहर जितने भी वॉटर बॉडीज हैं, उन्हें वेटलैंड्स नियमों के तहत इसके संरक्षण के लिए बनाई गई अथॉरिटी सुरक्षित और संरक्षित करने के लिए काम करेगी। इसके बेहतर परिणाम आएंगे।
– अरूण पाण्डेय, सदस्य सचिव, वेटलैंड अथॉरिटी