नई दिल्लीः Atrocities on Hindus in Bangladesh बांग्लादेश में आरक्षण के विरोध में जारी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे के बीच सोमवार को 135 लोगों की मौत हो गई। वहीं अब प्रदर्शनकारी हिंदू मंदिरों को निशाना बना रहे हैं। घरों में आग लगाई जा रही है। दुकानों को लूटा जा रहा है। इस बीच बांग्लादेश के मेहरपुर इस्कॉन मंदिर की तस्वीरें सामने आई हैं। दंगाइयों ने तोड़फोड़ करने के बाद इस मंदिर को आग के हवाले कर दिया।
Atrocities on Hindus in Bangladesh मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बांग्लादेश के 27 जिलों में हिंदू अल्पसंख्यक के रूप में रहते हैं। प्रदर्शनकारी हिंदुओं के घरों और दुकानों को निशाना बना रहे हैं। नगरपालिका सदस्य मुहिन रॉय की कंप्यूटर दुकान में भी तोड़फोड़ करने के साथ लूटपाट की है। कालीगंज उपजिला के चंद्रपुर गांव में 4 हिंदू परिवारों के घरों में तोड़फोड़ और लूटपाट की गई है। हातिबंधा उपजिला के पुरबो सरदुबी गांव में 12 हिंदुओं के घरों में आग लगा दी गई है। पंचगढ़ में कई हिंदुओं के घरों में तोड़फोड़ और लूटपाट की गई है। ओइक्या परिषद के महासचिव मोनिंद्र कुमार नाथ ने बताया कि ऐसा कोई क्षेत्र या जिला नहीं बचा है, जहां हिंदुओं पर हमले नहीं हुए। उनके पास अलग-अलग इलाकों से लगातार हमलों की जानकारी आ रही है।
पूर्व गृह मंत्री का घर ही फूंका, महासचिव लापता ही हो गए
बांग्लादेश में यह पुराना इतिहास रहा है कि तख्तपालट के बाद पूर्व की सत्ता में रहे नेताओं को खदेड़कर मारा गया। ऐसे में शेख हसीना के एग्जिट के बाद बाकी नेता भी चाहते हैं कि वह कहीं सुरक्षित शरण ले लें। शेख हसीना सरकार में होम मिनिस्टर रहे असदुज्जमां कमाल के घर पर तोड़फोड़ की गई। इसके अलावा अवामी लीग के महासचिव अब्दुल कादर तो गायब ही हैं। रविवार के बाद से ही उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। फिलहाल अवामी लीग के नेता आपस में भी संपर्क नहीं कर पा रहे हैं और किसी तरह अपनी जान बचाने की जुगत में हैं।