अहमदाबाद। Cyclone Alert: गुजरात में भारी बारिश के कारण भयंकर बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. इस बाढ़ की चपेट में आने से हजारों लोग प्रभावित हुए हैं। बारिश से भारी प्रभावित गुजरात में गुरुवार को स्थिति में थोड़ा सुधार हुआ क्योंकि बारिश की गतिविधि कम हो गई। हालांकि, बारिश के कम होने के बाद एक नई मुसीबत लोगों के लिए आ खड़ी हुई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी की है कि गुजरात के तट पर एक चक्रवाती तूफान का खतरा मंडरा रहा है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
IMD ने गुरुवार को जानकारी दी कि सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र के ऊपर गहरे दबाव का क्षेत्र बन गया है, जो धीरे-धीरे पश्चिम की ओर बढ़ रहा है. अब यही डिप्रेशन साइक्लोन में बदलने जा रहा है। मौसम विभाग ने बतया कि यह गहरा दबाव अगले कुछ घंटों में और तीव्र हो सकता है, जिससे 30 अगस्त को एक चक्रवाती तूफान बनने की संभावना है। इसके चलते कच्छ और सौराष्ट्र में भारी बारिश की आशंका है, जिससे इन क्षेत्रों को रेड अलर्ट पर रखा गया है।
कब और कहां होगा असर
मौसम विभाग ने बताया कि शुक्रवार को गुजरात के तटीय इलाकों में भारी बारिश होने का अनुमान है। 30 अगस्त को डीप डिप्रेशन अरब सागर के उत्तर-पूर्वी हिस्से में होगा। ये अपना असर कच्छ, सौराष्ट्र और पाकिस्तान के तटीय इलाकों में दिखाएगा। मतलब ये कि शुक्रवार को भी चक्रवाती तूफान की वजह से गुजरात में भयानक बारिश होने की आशंका है। मौसम विभाग के अनुसार 31 अगस्त को भी भारी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा, खासकर तटीय जिलों में। इसके साथ ही, तेज़ हवाओं का भी असर होगा, जो 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती। यह स्थिति न केवल गुजरात, बल्कि उत्तरी महाराष्ट्र के तटीय इलाकों को भी प्रभावित कर सकती।
मछुआरों को दी गई सलाह
चक्रवात के खतरे को देखते हुए, मछुआरों को अगले कुछ दिनों तक समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। गुजरात और उत्तरी महाराष्ट्र के तटों के साथ-साथ समुद्री क्षेत्रों में अगले दो दिनों तक 60-65 किमी प्रति घंटे की तेज़ हवाएं चल सकती हैं। इसके साथ ही बता दें कि, गुजरात में भारी बारिश के चलते चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है। भयंकर बारिश और बाढ़ से जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो चुका है। वहीं बाढ़ की चपेट में आने से अब तक 28 लोगों की मौत हो चुकी है। बारिश और बाढ़ की मार झेल रहे गुजरात को फिलहाल जल्द राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है।