केंद्रीय गृहमंत्री ने किया एनआईए भवन
का उद्घाटन, मुख्यमंत्री बघेल भी मौजूद
रायपुर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह Union Home Minister Amit Shah बीएसएफ के विशेष विमान से 27 अगस्त को रायपुर पहुंचे। उन्होंने यहा नवा रायपुर में एनआईए की नई बिल्डिंग NIA’s new building का उद्घाटन किया। उन्होंने नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के काम की जमकर तारीफ की और कहा कि चुनाव से पहले देश के सभी राज्यों में एनआईए की शाखा होंगी।
एनआईए भवन के उद्घाटन के समय अमित शाह के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी मौजूद रहे। इसके बाद मंच पर पूर्व मुख्यमंत्री डाक्टर रमन सिंह केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह, छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव भी थे।
शाह बोले- एनआईए ने 94 फीसदी अपराध सुलझाने में सफलता पाई
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, यह भव्य भवन एनआईए की बढ़ती साख और दबदबे का प्रतीक है। एनआईए की स्थापना का समय लंबा नहीं है। किसी भी एजेंसी को उभरने, साख बनाने और परिणाम लाने में लंबा समय जाता है। एनआईए ने अल्प समय में ही काम में बेंचमार्क स्थापित किया है।
यह देश के लिए गौरव की बात है। दोष सिद्धि के मामले में एजेंसी ने गोल्ड मानक स्थापित किये हैं। यह 94% है। ऐसे मामलों में जहां षड्यंत्र देश के बाहर होते हैं और घटना यहां होती है। उसके बाद भी षड्यंत्र का पूरा जाला खोलकर निकालना और नष्ट करने में इस एजेंसी ने विशेषज्ञता हासिल कर ली है। इसको पिछले तीन साल में एक फेडरल क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी बनाने का भरसक प्रयास किया है।
विगत वर्षों में 10 राज्यों में एनआईए ने अपने काम का विस्तार किया है। तीन साल में 18 राज्यों में अपनी पहुंच को मजबूत कर लिया है। वहां ब्रांचेज खोले गए हैं। देश में नए चुनाव आने से पहले देश के सभी राज्यों में एनआईए की ब्रांच होगी। उन्होंने कहा 370 हटने के बाद कश्मीर में शांति दिखाई देती है।
आतंकी गतिविधियां कम हुई हैं। वहां हमारा वर्चस्व दिखाई देता है। उसकी वजह है टेरर फंडिंग पर कार्रवाई। वामपंथी उग्रवाद का मूल नष्ट करने का काम मोदी सरकार ने किया है। 2021 में केवल 509 घटनाएं हुईं। अब सिर्फ 86 जिलों में माओवादी घटनाएं रिपोर्ट हो रही है। पहले यह जिले 120 थे।
भूपेश ने कहा-झीरम की जांच अभी भी अधूरी
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, बहुत कम अंतराल में गृह मंत्री से मुलाकात हो रही है। बहुत सी बातें क्षेत्रीय परिषद की बैठक में हुईं, बहुत से फैसले हुए जिसके लिए गृह मंत्री को धन्यवाद देता हूं। एनआईए की जिम्मेदारी बड़ी है। उसकी विश्वसनीयता सभी मानते हैं।
लेकिन कई मामलों के साथ झीरम घाटी और भीमा मंडावी जी की हत्या की जांच अभी भी पेंडिंग है। माओवाद हाे अथवा आतंकवाद हो, वे मानवता के दुश्मन है। उनके खिलाफ सभी को सहयोग करना चाहिए। माओवादी समस्या हमको विरासत में मिली थी।
हमें संतोष है कि नक्सलवाद को बहुत पीछे ढकेलने में सफल रहे हैं। इसके लिए राज्य पुलिस, अर्धसैनिक बलों, राजनीतिक कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों का योगदान रहा है। यह कहना कठिन है कि उनका उन्मूलन कब तक होगा लेकिन यह निश्चित है कि जल्दी ही छत्तीसगढ़ में वामपंथी उग्रवाद खत्म होगा।
भाजपा कार्यालय नहीं जाएंगे
गृह मंत्री कार्यालय से तय किए गए शेड्यूल में अचानक बदलाव हुआ है। पहले अमित शाह भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय भी जा रहे थे, लेकिन अब इस कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है।
साइंस कॉलेज ऑडिटोरियम में कार्यक्रम खत्म होने के बाद अमित शाह दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे। अमित शाह से मिलने छत्तीसगढ़ भाजपा की प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी और सह प्रभारी नितिन नवीन भी रायपुर पहुंच चुके हैं।
बघेल ने छत्तीसगढ़िया संस्कृति से भरपूर टोकनी भेंट की शाह को
आज श्री अमित शाह जब दिल्ली वापस जाएँगे तो वह अपने साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा भेंट की गयी टुकनी में छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति की झलक देखते और लज़ीज़ छत्तीसगढ़िया व्यंजनों का स्वाद चखते जाएँगे।
एनआईए के नवनिर्मित भवन के उद्घाटन के अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि आज केंद्रीय गृह मंत्री बड़े ही शुभ अवसर पर रायपुर पधारे हैं। आज छत्तीसगढ़ में पोला का त्यौहार मनाया जा रहा है। यह छत्तीसगढ़ का बहुत ही विशेष लोकपर्व है। खासकर किसानों की आशाओं और आकांक्षाओं से यह पर्व जुड़ा हुआ है।
ज्ञात हो कि पूर्व में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अमित शाह को फोन कर मुख्यमंत्री निवास में 27 अगस्त को पोला और तीज के अवसर पर आमंत्रित किया था। मुख्यमंत्री ने शाह से कहा था कि छत्तीसगढ़ अपने तीज- त्योहारों और संस्कृति से जुड़ा हुआ राज्य है। छत्तीसगढ़ की वैभवशाली लोकसंस्कृति का रंग सभी त्योहार में देखने को मिलता है।
यहां की संस्कृति बहुत ही समृद्ध है। आपके छत्तीसगढ़ आगमन पर हम आपको इसकी झलक से परिचित कराना चाहते हैं। छत्तीसगढ़ राज्य के निवासी अपनी छत्तीसगढ़ महतारी से जुड़े हुए त्योहार बड़े धूमधाम और उल्लास के साथ मनाते हैं।
यद्यपि अमित शाह इस कार्यक्रम में सम्मिलित नहीं हो पाए पर मुख्यमंत्री ने उनकी रवानगी के पूर्व उन्हें इस विशिष्ट अवसर पर छत्तीसगढ़ के सांस्कृतिक रंगों से भरी टुकनी भेंट की। टुकनी में पोला के उपलक्ष्य पर नंदी, जाता, पोला, चुकिया, सुहाग की सामग्री के साथ साथ लज़ीज़ छत्तीसगढ़ी व्यंजन- चाकोली, ठेठरी, ख़ुर्मी, अईरसा और सलोनी शामिल थे।