RBI Bomb Threat: देश की राजधानी दिल्ली समेत कई राज्यों में इन दिनों लगातार प्लाइट, स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी जा रही है। राजधानी दिल्ली के कुछ स्कूलों में बम होने का दहशत कम नहीं हुआ था कि अब भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को धमकी दी गई है। केंद्रीय राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा ने 11 दिसंबर 2024 बुधवार को आरबीआई के 26वें गवर्नर का कार्यभार संभाल लिया है। वहीं, अब ठीक 2 दिन बाद उन्हे धमकी भरा मेल भेजा गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक, आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा को रूसी भाषा में ईमेल कर ये धमकी दी गई है। फिलहाल पुलिस अज्ञात आरोपी के खिलाफ मुंबई पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है। बता दें कि, धमकी देने वाला शख्स ईमेल के जरिए अपनी डिमांड रखता है और पूरी नहीं करने पर बम से उड़ाने की धमकी देता है। हालांकि, अभी तक कुछ मामलों में कार्रवाई कर आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है।
आज सुबह राजधानी दिल्ली के भी कुछ स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकियां मिली थी। बमों की धमकी DPS ईस्ट ऑफ कैलाश, सलवान, मॉडर्न स्कूल को दी गई है। बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए डीपीएस स्कूल में सभी पेरेंट्स को आज छुट्टी का मैसेज किया गया है। ईमेल में लिखा गया कि आपके स्कूल परिसर में कई विस्फोटक रखे गए हैं और मुझे यकीन है कि आप सभी स्कूल परिसर में प्रवेश करते समय अपने छात्रों के बैग की बार-बार जांच नहीं करते हैं। इस गतिविधि में एक गुप्त डार्क वेब समूह और कई रेड रूम भी शामिल हैं। बम इमारतों को नष्ट करने और लोगों को नुकसान पहुंचाने के लिए काफी शक्तिशाली है।
FAQ’s About RBI Bomb Threat
RBI को धमकी भरा ईमेल किस भाषा में और किससे मिला?
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास को रूसी भाषा में ईमेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। इस घटना से सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं।
आरबीआई को मिली धमकी पर सुरक्षा एजेंसियों ने क्या कदम उठाए हैं?
सुरक्षा एजेंसियों ने इस धमकी को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। आरबीआई की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और ईमेल की प्रामाणिकता का पता लगाया जा रहा है।
क्या ऐसी धमकियां पहले भी दी गई हैं?
हाल के दिनों में दिल्ली और अन्य राज्यों के स्कूलों और संस्थानों को भी बम धमकी दी गई है। यह घटनाएं दहशत फैलाने और भ्रम पैदा करने के उद्देश्य से की जाती हैं।
दिल्ली और अन्य राज्यों में स्कूलों को बम धमकी क्यों दी जा रही है?
स्कूलों को दी जाने वाली धमकियों के पीछे शरारती तत्वों या आतंक फैलाने वाले लोगों का हाथ हो सकता है। ऐसी घटनाओं का उद्देश्य दहशत और भ्रम पैदा करना हो सकता है।
धमकियों से निपटने के लिए सरकार क्या कर रही है?
सरकार और सुरक्षा एजेंसियां सभी धमकियों को गंभीरता से ले रही हैं। संवेदनशील स्थानों की सुरक्षा बढ़ाई गई है और धमकी देने वालों की पहचान के लिए साइबर और फिजिकल जांच की जा रही है।