150 दिन की यात्रा 12 राज्यों के 20 शहरों से होकर गुजरेगी,117 लोग साथ होंगे और हर शहर में जुड़ेंगे लोग
कहां से कहां तक जाएगी यात्रा?
7 सितंबर बुधवार को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई यात्रा 150 दिन तक चलेगी। इस दौरान यह 12 राज्यों से गुजरेगी। 3,570 किलोमीटर लंबी इस यात्रा का समापन जम्मू-कश्मीर में होगा। यात्रा 12 राज्यों के 20 शहरों से होकर गुजरेगी।
तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हो रही यात्रा यहां से केरल के तिरुवनंतपुरम, कोच्चि और नीलाम्बुर जाएगी। इसके बाद कर्नाटक के मैसूर, बेल्लारी, रायचुर, तेलंगाना के विकाराबाद, महाराष्ट्र के नांदेड़, जलगांव जामोद, मध्य प्रदेश के इंदौर पहुंचेगी।
यहां से यात्रा राजस्थान के कोटा, दौसा, अलवर, उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर, दिल्ली, हरियाणा के अंबाला, पंजाब के पठानकोट होते हुए जम्मू होते हुए श्रीनगर पहुंचेगी। जहां यात्रा का समापन होगा।
Tiranga in our hands.
India in our hearts.And so it begins, the journey of thousands of miles to unite our nation. #BharatJodoYatra #BharatJodoBegins pic.twitter.com/ZSp5SmcBqs
— Bharat Jodo Nyay Yatra (@bharatjodo) September 7, 2022
कौन-कौन इस यात्रा में शामिल होंगे?
कांग्रेस की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक इस यात्रा में देशभर के अलग-अलग क्षेत्रों से जुड़ी हस्तियां हिस्सा लेंगी। इसमें अलग-अलग राजनीतिक पार्टियां, सामाजिक कार्यकर्ता, बुद्धिजीवी, लेखक, कलाकार और अन्य प्रतिष्ठित व्यक्ति शामिल हो रहे हैं।
यात्रा को लेकर बनाई गई वेबसाइट के मुताबिक कांग्रेस पार्टी इस यात्रा को आयोजित करने में अहम भूमिका निभा रही है। पार्टी के नेता राहुल गांधी इसमें सक्रिय भागीदारी करेंगे।
सामाजिक संगठनों को अपने साथ जोड़ने के लिए राहुल गांधी पिछले सप्ताह दिल्ली में विभिन्न जनसंगठनों के 150 से ज्यादा प्रतिनिधियों से मिल चुके हैं। इन संगठनों ने मुलाकात के बाद यात्रा का समर्थन करने का ऐलान किया है।
इन लोगों में योगेंद्र यादव, अरुणा राय, सैयदा हमीद और पीवी राजगोपाल जैसी हस्तियां शामिल थीं। योगेंद्र यादव यात्रा के समर्थन में सोशल मीडिया पर भी सक्रिय हैं।
इस पदयात्रा में राहुल गांधी के साथ शुरू से लेकर आखिर तक 117 लोग रहेंगे।इनमें कांग्रेस के नेताओं के साथ सिविल सोसाइटी के लोग भी शामिल हैं।
यात्रा में शामिल कांग्रेस नेताओं में पवन खेड़ा और कन्हैया कुमार, केरल के मुख्यमंत्री रहे ओमान चांडी के बेटे चांडी ओमान, पंजाब के पूर्व मंत्री विजय इंदर सिंगला और बिहार के पूर्व विधायक अमित कुमार टुन्ना जैसे नेता शामिल हैं।
At a time when communal polarisation and vicious hate campaigns are engulfing the minds of people, India's grand old party has undertaken an arduous task to unshackle India from oppression.
I wish the #BharatJodoYatra to succeed in its goal of reinventing our glorious republic. pic.twitter.com/r85OPmXlmk
— M.K.Stalin (@mkstalin) September 7, 2022
यात्रा में शामिल होने का प्रस्ताव
यात्रा के लिए जारी वेबसाइट के मुताबिक यह यात्रा सभी के लिए है। जो भी इस यात्रा में शामिल होना चाहता है वो इसमें शामिल हो सकता है।
यात्रा में शामिल होने के लिए वर्चुअल विकल्प भी दिया गया है। इसके लिए इच्छुक व्यक्ति यात्रा की वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए यात्रा का हिस्सा बन सकता है। यात्रा की वेबसाइट www.bharatjodoyatra.in पर भी यात्रा एवं इससे संबंधित कार्यक्रमों का विवरण दिया गया है।
देश को एकजुट करना मकसद
पार्टी नेताओं और यात्रा की वेबसाइट के मुताबिक इस राष्ट्रव्यापी यात्रा का मकसद देश को एकजुट करना है। यात्रा की वेबसाइट कहती है कि इस यात्रा का मकसद देश को एकजुट करना, लोगों को एक साथ लाना और देश को मजबूत करना है।
चुनावी राज्यों से दूर
रहेगी कांग्रेस की यह यात्रा
ये यात्रा 150 दिन चलेगी। इस दौरान गुजरात और हिमाचल प्रदेश में चुनाव होने हैं। दिलचस्प ये है कि 12 राज्यों से गुजरने वाली यह यात्रा इन दोनों चुनावी राज्यों से होकर नहीं जाएगी। बिहार और बंगाल जैसे राज्यों से होकर भी यात्रा नहीं गुजरेगी। यहां तक कि उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में भी यात्रा का पड़ाव बहुत छोटा है।
हर दिन दो बैच में चलेगी यात्रा
150 दिन चलने वाली पदयात्रा हर दिन दो बैच में चलेगी। पहला बैच सुबह 7 से 10:30 बजे से और दूसरा दोपहर 3:30 बजे से शाम 6:30 बजे तक का होगा।
सुबह के सत्र में जहां कम संख्या में प्रतिभागी शामिल होंगे, वहीं शाम के सत्र में सामूहिक लामबंदी होगी। सुबह यह यात्रा करीब 15 किलोमीटर का फासला तय करेगी।
वहीं, शाम को यह करीब 8 से 10 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। औसतन रोजाना लगभग 22-25 किमी चलने का लक्ष्य है।
150 दिन तक कंटेनर में सोएंगे राहुल
राहुल गांधी अगले 150 दिनों तक कंटेनर में सोने वाले हैं। कुछ कंटेनरों में स्लीपिंग बेड, शौचालय और एयर-कंडीशनर भी लगाए गए हैं। यात्रा के दौरान कई क्षेत्रों में तापमान और वातावरण में अंतर होगा।
स्थान परिवर्तन के साथ भीषण गर्मी और उमस को देखते हुए व्यवस्था की गई है। लगभग 60 ऐसे कंटेनर तैयार किए गए हैं जहां एक गांव स्थापित किया गया है।
रात्रि विश्राम के लिए कंटेनर को गांव के आकार में प्रतिदिन नई जगह पर खड़ा किया जाएगा। राहुल गांधी के साथ रहने वाले पूर्णकालिक यात्री एक साथ भोजन करेंगे।
सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी इस पूरी यात्रा को चकाचौंध और ग्लैमर से दूर एक सरल तरीके से पूरा करना चाहते हैं।