रायपुरः Agriculture छत्तीसगढ़ कृषि महाविद्यालय में बीएससी कृषि अंतिम वर्ष में पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों ने गोद गांव आदर्श कोडिया में किसानों के समक्ष खेत में विधि प्रदर्शन किया। किसान लथखोर निषाद के खेत में छात्रों ने हाइड्रोफोनिक्स विधि से बिना मिट्टी के पौधा उगाने के बारे में जानकारी दी। बताया गया कि किसान घर में ही कम जगह में ही फसल ले सकते हैं। जल संवर्धन या हाईड्रोपोनिक्स (Hydroponics) एक ऐसी तकनीक है, जिसमें फसलों को बिना खेत में लगाए केवल पानी और पोषक तत्वों से उगाया जाता है। इसे ‘जलीय कृषि’ भी कहते हैं।
Agriculture पौधे उगाने की यह तकनीक पर्यावरण के लिए काफी सही होती है। इन पौधों के लिए कम पानी की जरूरत होती है, जिससे पानी की बचत होती है। कीटनाशकों के भी काफी कम प्रयोग की आवश्यकता होती है। मिट्टी में पैदा होने वाले पौधों तथा इस तकनीक से उगाए जाने वाले पौधों की पैदावार में काफी अंतर होता है। इस तकनीक से एक किलो मक्का से पांच से सात किलो चारा दस दिन में बनता है, इसमें जमीन भी नहीं लगती है। इस दौरान नेमलाल निषाद, तामस्कर निषाद, खूमान निषाद, राधेलाल साहू, डोमेंद्र साहू , राजिम साहू, टिकेश्वर निषाद, ईश्वर प्रसाद, लतखोर निषाद आदि किसान उपस्थित थे। यह कार्य में रावे कॉर्डिनेटर विवेक पांडे सर की उपस्थिति में आस्था, आर्यन, अनुराग, आकांक्षा, अनीशा, अमृत, छत्रपाल आदि छात्र-छात्राओ ने किया।