नई दिल्लीः Big disaster is coming on Earth एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने एक गलती के कारण अब पृथ्वी पर तबाही का खतरा मंडरा रहा है। बीते गुरुवार को अमेरिका के कैलिफोर्निया से कंपनी ने 9 रॉकेटों में 20 उपग्रह अंतरिक्ष की तरफ भेजे थे। लेकिन ये उपग्रह अब गलत कक्षा में स्थापित हो गए हैं। जिसके कारण ये उपग्रह अब पृथ्वी की ओर तेजी से गिर रहे हैं। कंपनी द्वारा लॉन्च 20 सैटेलाइट गलत कक्षा में स्थापित हो गए और अब धरती पर गिर रहे हैं। कंपनी का कहना है कि 20 में से हम 10 उपग्रहों तक संपर्क स्थापित कर चुके हैं।
गलती कहां हुई
Big disaster is coming on Earth स्पेसएक्स कंपनी ने कहा कि 9 रॉकेट से प्रक्षेपित किए गए 20 उपग्रह वापस धरती पर गिर रहे हैं। कंपनी ने कहा कि दूसरे चरण में तरल ऑक्सीजन के कारण ऐसा हो रहा है। अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर जारी एक बयान में, कंपनी ने कहा, रॉकेट धरती की बहुत नीचे कक्षा में स्थापित हो गए है। कक्षा के सबसे निचले बिंदु से रॉकेट को ऊपर उठाने के लिए उनकी टीम द्वारा कोशिशें की गईं, लेकिन वे उस बिंदु पर आ चुके थे जहां से उन्हें ऊपर ले जाना संभव नहीं था।
10 उपग्रहों से ही हो पाया संपर्क
स्पेसएक्स ने एक्स पर कई पोस्ट में उपग्रहों की लगातार निगरानी कर रही अपनी टीम के प्रयासों के बारे में जानकारी साझा की। इसने कहा, “टीम ने 10 उपग्रहों से संपर्क स्थापित कर लिया है और उनके आयन थ्रस्टर्स का उपयोग करके उन्हें कक्षा में ऊपर उठाने का प्रयास किया है। लेकिन वे अपनी कक्षा के सबसे निचले बिंदु के साथ, पृथ्वी से केवल 135 किमी ऊपर, अत्यधिक उच्च-खींचाव वाले वातावरण में हैं।”
पृथ्वी पर मचेगी तबाही?
उपग्रहों के पृथ्वी की ओर से तेजी से गिरने की घटना पर स्पेसएक्स ने आश्वासन दिया है कि पृथ्वी के वायुमंडल में पुनः प्रवेश से कोई नुकसान नहीं होगा। कंपनी ने कहा कि “इनसे अन्य उपग्रहों या सार्वजनिक सुरक्षा को कोई खतरा नहीं होगा।” स्पेसएक्स के प्रमुख एलन मस्क ने भी अपनी कंपनी द्वारा एक्स पर साझा की गई पोस्टों पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है। अरबपति कारोबारी ने कहा, “हम आयन थ्रस्टर्स को वार्प 9 के बराबर चलाने के लिए सैटेलाइट सॉफ्टवेयर को अपडेट कर रहे हैं। यह शायद काम नहीं भी करे, लेकिन यह एक कोशिश है। सैटेलाइट थ्रस्टर्स को वायुमंडलीय ड्रैग से नीचे खींचने के बजाय हमारी कोशिश यह है कि ये तेज़ी से कक्षा की ओर बढ़ें और अत्यधिक दबाव के कारण धरती पर आने से पहले ही जल जाएं।”