भिलाईः “देश में कोई भी धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश करे, तो उसकी गर्दन काटकर रख देना।” इस विवादित बयान के बाद जमकर ट्रोल हुए भाजपा विधायक रिकेश सेन ने कहा कि वो अपने बयान पर अडिग हैं। उन्होंने कहा कि उन पर आरोप लगाने वाली कांग्रेस पहले अपने गिरेबान पर झांके। उन्होंने कहा वो बयान को लेकर माफी मांगने के लिए तैयार हैं, लेकिन पहले कांग्रेस इमरान मसूद का टिकट काटे।
वैशाली नगर विधानसभा से विधायक रिकेश सेन ने कहा कि मुझ पर आरोप लगाने से पहले विपक्ष यानि कांग्रेस को पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। उत्तर प्रदेश के इमरान मसूद जिसने कहा था कि मैं नरेंद्र मोदी की बोटी बोटी काट दूंगा। आज इंडिया गठबंधन ने क्या किया। उसने उन्हें कांग्रेस की टिकट से नवाजा है। तो विपक्ष पहले अपने गिरेबान में झांकने की कोशिश करे।
रही बात धर्मांतरण की तो ये एक बड़ा मुद्दा है। पिछले शासनकाल में कांग्रेस की शह पर बड़े पैमाने पर धर्मांतरण हुआ है। ये बात किसी से छिपी नहीं है। लालच दे देकर गरीब आदिवासी मजदूरों का धर्मांतरण कराया जा रहा है। लोकसभा चुनाव के बाद इसकी भी गंभीर रूप से जांच होगी।
इमरान मसूद का टिकट कटे तो मांग लूंगा माफी
जनता में इसको लेकर आक्रोश है। जनता जानती है। अभी वो कुछ भी कर गुजर सकती है। जनता के आक्रोश को समझना पड़ेगा। उन लोगों को समझना पड़ेगा, जो धर्मांतरण कराते हैं। मुह से शब्द कई बार निकल जाते हैं। मैं भी अपने बयान के लिए छमा मांगने के लिए तैयार हूं, अगर इमरान मसूद का टिकट वापस किया जाए, जिसने नरेंद्र मोदी की बोटी बोटी काटने की बात कही है।
1984 के दंगों को अंजाम दिया था कांग्रेस ने – रिकेश
1984 के दंगे में एक अगर किसी ने गलती की थी तो उसके बदले में हजारों लाखों सिखों की गर्दन को उड़ा दिया गया गया। यही कांग्रेस उस समय थी और इसी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने ये किया था। मैंने एक शब्द कहा तो बात का बंतंगड़ बना दिया गया। राहुल गांधी ने बिलासपुर में मेरे खिलाफ बयान दिया। सचिन पायलेट ने निर्वाचन आयोग में मेरे खिलाफ शिकायत की। राधिका खेड़ा ने मेरे खिलाफ प्रेस कांफ्रेंस की। ये सब करने से पहले उन्हें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।