Diwali Puja 2023 Shubh Muhurta : भारतीय संस्कृति में दिवाली को सबसे अहम त्योहार माना जाता है. इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है, जिनकी कृपा से सालभर घर में धन-समृद्धि का भंडार लगा रहता है. ज्योतिष शास्त्रियों के मुताबिक इस बार दिवाली पर 500 साल दुर्लभ संयोगों का निर्माण हो रहा है. इन संयोगों की वजह से जातकों धन-समृद्धि, सेहत और आर्थिक लाभ हासिल होगा.
500 साल बाद दुर्लभ संयोग
हिंदी पंचांग के मुताबिक इस बार दिवाली 12 नवंबर रविवार को मनाई जाएगी. सनात धर्म के विद्वानों के मुताबिक इस दिन दूर्धरा, हर्ष, उभयचरी योग और गजकेसरी योग का निर्माण हो रहा है. दिवाली पर ऐसा अद्भुत संयोग (Diwali Puja 2023 Durlabh Sanyog) 500 साल बाद बन रहा है. इस तरह का दुर्लभ संयोग बनना बेहद शुभ माना जाता है. इस तरह के दुर्लभ योग से जातकों के जीवन में खुशहाली का संचार होता है और अटके हुए काम पूरे होने लग जाते हैं.
कब तक रहेगी अमावस्या?
ज्योतिष शास्त्रियों के मुताबिक प्रदोष काल में सूर्यास्त के वक्त ही अमावस्या पर लक्ष्मी पूजन (Diwali Puja 2023 Shubh Muhurta) किया जाता है. इस बार अमावस्या तिथि 12 नवंबर को दोपहर 2:44 से शुरू हो जाएगी और यह 13 नवंबर को दोपहर 2:56 बजे तक रहेगी. लिहाजा इस बार 12 नवंबर को ही दिवाली का त्योहार मनाया जाएगा.
इस शुभ मुहूर्त में होगी मां लक्ष्मी- गणेश का पूजन
दिवाली का त्योहार मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की आराधना के लिए समर्पित माना जाता है. ज्योतिष शास्त्रियों के मुताबिक सर्वश्रेष्ठ लाभ हासिल करने के लिए दिवाली पर प्रदोष काल में लक्ष्मी-गणेश का पूजन करना चाहिए. इस बार 12 नवंबर को प्रदोष काल (Diwali Puja 2023 Shubh Muhurta) शाम को 5:28 से शुरू होकर रात को 8 बजे तक रहेगा.