आश्रम में योग की आड़ में नशे का कारोबार, देर रात तक आने-जाने वालों की भी कुंडली खंगाल रही पुलिस…

राजनांदगाव। गांजा बिक्री के मामले में गिरफ़्तार कथित योगी तरूण क्रांति अग्रवाल का आई फोन गिरफ़्तारी से कुछ दिन पहले आश्रम से गायब हो गया था। आईफोन अब पुलिस के कब्जे में है और कई राज खोल रहे हैं। आईफोन से विदेशी कनेक्शन से लेकर कुछ अहम ट्रांजेक्शन की भी जानकारी पुलिस को मिली है।
आईफोन के गायब होने से कथित योगी परेशान था और आश्रम में हर आने-जाने वाले पर शक करता था। इसे लेकर कुछ लोगों के साथ बहस होने की भी खबर है। बताया जाता है कि आईफोन को कथित योगी के करीबियों ने ही उठा लिया था, जो कि अब पुलिस के कब्जे में है। माना जा रहा है कि आई फोन गायब होने के बाद ही पुलिस तक अहम जानकारी पहुंची। इसके बाद ही आश्रम में दबिश देकर गांजा के साथ कथित योगी को गिरफ़्तार किया गया।
डोंगरगढ़ में बढ़ गई थी,शराब गांजा की बिक्री धर्मनगरी डोंगरगढ़ में कुछ दिनों से शराब, गांजा सहित अन्य नशीली वस्तुओं की धड़ल्ले से बिक्री हो रही थी। जिसके कारण अपराध हो रहे थे। शहर के कुछ युवाओं का आश्रम में देर रात तक आना-जाना होता था। पुलिस पहले से ही नशे के कारोबार से जुड़े आरोपियों तक पहुंचने की कवायद कर रही थी। इस बीच आश्रम की ओर भी नजर दौड़ाई गई। अचानक से कथित योगी का आई फोन गायब होना और पुलिस की दबिश होने से यह स्पष्ट हो गया है कि पुलिस टीम आश्रम पर नजर रख रही थी।
आश्रम में अग्रवाल मेमोरियल फाउंडेशन के नाम से फ्लेक्स लगा हुआ है। एक फ्लेक्स में तो श्रीपंच दसनाम जुना अखाड़ा लिखा गया है। पुलिस को आशंका है कि कथित योगी इन्ही संस्थाओं की आड़ में श्रद्धा रखने वालों से रकम वसूल करता था। पुलिस की कार्रवाई के बाद अब यहां आने-जाने वाले लोकल लोग हड़बड़ाए हुए हैं। आश्रम में लगे सीसीटीवी कैमरे से कई और राज खुलेंगे। लोकल कनेक्शन का पता चल जाएगा।
खातों की जांच
बताया जाता है कि तरुण क्रांति अग्रवाल 20 वर्ष पहले गोवा गया, तब उस उसके पास आने जाने के लिए टिकट के पैसे नहीं थे। आज वह 100 करोड़ का आसामी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार इस मामले में परिवार के अन्य सदस्यों के भी खातों की जांच की जा रही है। बताया जाता है कि योगी के द्वारा नोटबंदी के समय में भी कई खातों में भारी लेनदेन किया गया है। जिसमें विदेशी फंडिंग का जिक्र है।
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