नई दिल्ली। Mohammed Shami: न्यूजीलैंड के खिलाफ 7 विकेट लेकर मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) आज देश के हीरो बन गए हैं। शमी ने यहां तक पहुंचने के लिए बहुत मेहनत की और बहुत बुरे वक्त से गुजरे हैं। एक दौर ऐसा भी आ गया था, जब मोहम्मद शमी क्रिकेट से दूर होते जा रहे थे। उनकी फिटनेस बुरे दौर में थी। ऊपर से निजी लाइफ में बुरे वक्त चल रहा था।
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मोहम्मद शमी ने की थी आत्महत्या करने की कोशिश
Mohammed Shami एक इंटरव्यू के दौरान खुद मोहम्मद शमी ने यह बात कही थी। उन्होंने बताया था कि यह 2015 के विश्व कप के बाद का समय था। मैं फिटनेस से जूझ रहा था। पर्सनल लाइफ में दिक्कतें चल रही थीं। तब 3 बार मन में ख्याल आया कि मैं सुसाइड कर लूं। बकौल शमी, हमारा फ्लैट 24वीं मंजिल पर था। मेरे परिवार को लगता था कि मैं नीचे कूद जाऊंगा। परिवार के लोग मेरे कमरे के बाहर पहरा देते थे।
सेमीफाइनल में शमी ने तीन रिकॉर्ड बनाए..
अब बात इस वर्ल्डकप की करते हैं…शुरुआती 4 मैंचों में शमी को टीम में जगह नहीं मिली, लेकिन शमी निराश नहीं हुए। अगले 6 मैचों में उन्हें खेलने को मिला, तो उन्होंने नए कीर्तिमान गढ़ डाले। इन 6 मैचों में उन्होंने 23 विकेट लिए हैं। किसी भी वर्ल्डकप में इंडिया के किसी भी गेंदबाज का वेस्ट फिगर है। यही नहीं उन्होंने वर्ल्डकप में सबसे कम परियों (17) में 50 विकेट भी पूरे कर लिए हैं। शमी ने एक मैच में सबसे ज्यादा 7 विकेट लिए, ये किसी भारतीय गेंदबाज का वर्ल्डकप में सबसे बेस्ट परफॉर्मेंस है।
सुनील गावस्कर ने की थी कपिल देव से तुलना
महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने शमी की तुलना कपिल देव से की थी। गावस्कर ने कहा था कि कपिल देव भी नेट पर बहुत ज्यादा बॉलिंग प्रैक्टिस करते थे। शमी ने भी यही किया। किसी भी गेंदबाज के लिए यही सबसे ज्यादा जरूरी होता है। यह फिट रहने के लिए जिम जाने से भी ज्यादा जरूरी है।