शारदीय नवरात्रि से मन में उमंग तथा उल्लास की वृद्धि होती है. दुनिया में सारी शक्ति नारी या स्त्री स्वरूप के पास ही है इसलिए नवरात्रि में देवी की आराधना ही की जाती है तथा देवी शक्ति का एक स्वरूप कहलाती है, इसलिए इसे शक्ति नवरात्रि भी कहा जाता है.
नवरात्रि के 9 दिनों में देवी के अलग अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है, जिसे नवदुर्गा का स्वरूप कहा जाता है. वही इस बार शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर से आरंभ होने जा रही है तथा समापन 24 अक्टूबर को होगा और 10वें दिन दशहरा मनाया जाता है. वही नवरात्र महिलाओं के लिए काफी खास होता है। किन्तु 9 दिनों के नवरात्रि काफी मुश्किल वाली होती है। इसकी वजह है मासिक धर्म। कई बार 9 दिनों के नवरात्रि के बीच महिलाओं को मासिक धर्म हो जाते हैं। ऐसे में उन्हें समझ नहीं आता है कि अब आगे क्या करें।
नवरात्रि के व्रत के चलते मासिक धर्म आ जाएं, तो महिलाएं करें ऐसे पूजा:-
यदि आप भी नवरात्रि के चलते व्रत रख रही हैं, तो मासिक धर्म के दौरान कैसे पूजा करें। इसके साथ ही किन बातों का ध्यान रखें। जानिए
मासिक धर्म नजदीक न हो न करें व्रत:-
आमतौर पर महिलाएं के मासिक धर्म का चक्र 22 से 28 दिन के बीच होता है। ऐसे में हर किसी को मासिक धर्म आने के बारे में पहले से ही पता होता है। ऐसे में यदि आपको लगता है कि मासिक धर्म नवरात्रि में हो सकते हैं,तो व्रत न रखें। मगर जो महिलाएं व्रत रखना चाहती है, तो वह पहला और आखिरी रख सकते हैं। इस के चलते मां के अतिरिक्त पूजा सामग्री, कलश आदि को स्पर्श न करें बल्कि दूर से ही मां के दर्शन कर लें।
व्रत के साथ कर सकती हैं पाठ:-
यदि आप पहला और अंतिम व्रत रखी रही हैं, तो प्रतिदिन दुर्गा सप्तशती का पाठ करती रहें। यदि आपको सप्तशती का पाठ याद नहीं है, तो मोबाइल से देखकर पढ़ सकती है।
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किसी दूसरे से कराएं पूजा:-
यदि नवरात्रि में आपको शंका है कि मासिक धर्म हो सकता है, तो व्रत न रखें। अगर फिर बीच के दिनों में मासिक धर्म आ गया है तथा आप व्रत का संकल्प कर चुकी हैं, तो आगे भी कर लें। इसके साथ ही पूजा स्वयं न करके घर के किसी दूसरे सदस्य से करा लें। इसके साथ ही दुर्गा सप्तशती पाठ पढ़ या फिर सुन सकते हैं।
मां दुर्गा का करते रहें मनन:-
जिन महिलाओं को नवरात्रि के बीच में ही मासिक धर्म आ जाए, तो उन्हें परेशान या निराश होने की आवश्यकता नहीं है। बस मां को मानसिक रूप से याद करती रहें और ध्यान करें। ऐसा करने से भी मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं।
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