नई दिल्ली। Sunita Williams Returns : पूरी दुनिया के लिए आज बड़ी खुशखबरी का दिन है। भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर 9 महीने बाद आज बुधवार को धरती पर वापस आ गए हैं। सभी अंतरिक्ष यात्रियों ने धरती पर सफल लैंडिंग कर ली है। पूरी टीम की मेडिकल जांच की जा रही है। नासा ने प्रेसवार्ता करके पूरे मिशन को सफल बताया है। नासा ने कहा कि सबकुछ प्लानिंग के मुताबिक हुआ और सभी अंतरिक्ष यात्री पूरी तरह सुरक्षित हैं।
बता दें कि सुनीता विलियम्स के साथ 3 अन्य अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर, अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री निक हेग और रूसी अंतरिक्ष यात्री अलेक्जेंडर गोर्बुनोव भी आए हैं। ये चारों एस्ट्रोनॉट्स ने ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से फ्लोरिडा के तट के पास समुद्र में लैंड किया है। सभी अंतरिक्ष यात्रियों की मेडिकल जांच की जाएगी और उनके शारीरिक और मानसिक बदलाव को समझने की कोशिश की जाएगी।
‘फ्रीडम’ कैप्सूल ने पृथ्वी के वातावरण में प्रवेश करते हुए लगभग 3000 डिग्री फारेनहाइट (1650 डिग्री सेल्सियस) तक के तापमान का सामना किया। इसके बाद यह टैल्लाहासी के पास गल्फ ऑफ मेक्सिको में पैराशूट के जरिए सुरक्षित रूप से लैंड हुआ। इसके बाद एक रिकवरी वेसल इन चारों अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित रूप से निकालकर ह्यूस्टन स्थित नासा के जॉनसन स्पेस सेंटर ले जाएगा। इन अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी पर लौटने के बाद 45 दिनों की पुनर्वास प्रक्रिया से गुजरना होगा ताकि वे माइक्रोग्रैविटी के प्रभाव से पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के अनुकूल हो सकें।
अपने मिशन के दौरान, सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर अंतरिक्ष स्टेशन के नियमित दल के सदस्य बन गए। उन्होंने वैज्ञानिक प्रयोग किए, उपकरणों की मरम्मत की और कई बार अंतरिक्ष में चहलकदमी (स्पेसवॉक) भी की। खासकर, सुनीता विलियम्स ने कुल 62 घंटे नौ स्पेसवॉक्स में बिताकर महिलाओं के लिए एक नया रिकॉर्ड बनाया। वह इस मिशन के दौरान अंतरिक्ष स्टेशन की कमांडर भी बनीं और तीन महीने तक इस जिम्मेदारी को संभाला।
सुनिता विलियम्स और बुच विलमोर ने इस दौरान 4,576 बार पृथ्वी की परिक्रमा की और कुल 195 मिलियन किलोमीटर (121 मिलियन मील) की यात्रा पूरी की। जैसे ही वे सुरक्षित वापस आए, स्पेसएक्स मिशन कंट्रोल से संदेश आया, ‘स्पेसएक्स की ओर से, घर में स्वागत है!’ विलमोर ने जवाब में कहा, ‘क्या शानदार सफर था!’ इस दौरान, कैप्सूल के चारों ओर डॉल्फिन्स तैरते देखे गए, जबकि गोताखोर इसे रिकवरी शिप पर लाने की तैयारी कर रहे थे।
कब शुरू हुआ था मिशन
सुनीता विलियम्स का यह मिशन पिछले साल जून में शुरू हुआ था, जब वह नासा के स्टारलाइनर कैप्सूल में एक अन्य अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर के साथ सवार होकर ISS के लिए रवाना हुई थीं। उनकी योजना केवल एक हफ्ते में लौटने की थी, लेकिन तकनीकी खामियों के कारण स्टारलाइनर कैप्सूल को खाली वापस भेज दिया गया। इसके बाद नासा ने उन्हें स्पेसएक्स के कैप्सूल में भेजने का फैसला किया, लेकिन इसमें भी देरी हुई। आखिरकार, 286 दिनों के लंबे इंतजार के बाद उनकी वापसी हुई है।