गरियाबंद। प्रशासन ने युक्तियुक्तकरण से जिले के 239 स्कूलों के भला होने की बात कही है। बताते हैं कि जिलेभर में अतिशेष शिक्षकों की ओपन काउंसलिंग कर उन्हें जरूरतमंद स्कूलों में भेजा जा रहा है। खासकर मैनपुर और देवभोग जैसे दूरस्थ इलाकों में शिक्षक पहुंच चुके हैं। युक्तियुक्तकरण से पहले मैनपुर ब्लॉक में 6 शिक्षकविहीन और 69 एकल शिक्षकीय शालाएं थीं।
अब इनमें शिक्षकों की पदस्थापना हो गई है। सिर्फ 13 स्कूल बचे हैं जो एकल शिक्षकीय हैं। देवभोग ब्लॉक में 4 स्कूल शिक्षकविहीन और 30 स्कूल एकल शिक्षकीय थे। 6 हाई स्कूलों में सिर्फ एक-एक शिक्षक थे। फिंगेश्वर ब्लॉक के अतिशेष शिक्षकों से इन सभी पदों को भर दिया गया है। अब देवभोग में कोई भी स्कूल शिक्षकविहीन या एकल शिक्षकीय नहीं है।
छुरा और गरियाबंद ब्लॉक में पहले 16 शिक्षकविहीन और 167 एकल शिक्षकीय स्कूल थे। युक्तियुक्तकरण के बाद अब कोई भी स्कूल शिक्षकविहीन नहीं है। केवल 46 शालाएं अब भी एकल शिक्षकीय हैं। मैनपुर के कुल्हाड़ीघाट, नकबेल, गरीब, गोबरा और सहेबिनकच्छार जैसे गांवों में भी सालों बाद शिक्षक पहुंचे हैं। पहले शिक्षक इन क्षेत्रों में नहीं जाना चाहते थे। युक्तियुक्तकरण से इनकी तस्वीर बदली है।