आज के समय में हर कोई खूबसूरत दिखना चाहता है. पहले जहां लोग घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल करते थे. अच्छी स्किन के लिए हल्दी से लेकर चंदन का लेप लगाया जाता था. लेकिन आज के समय में लोग शॉर्टकट अपनाना चाहते हैं. उनकी कोशिश होती है कि कम से कम समय में ही वो अपना लुक बदल ले. इसी वजह से कॉस्मेटिक सर्जन्स की इन दिनों चांदी हो गई है. कई सर्जन अब लोगों की इस कमजोर नस को पकड़ चुके हैं. इसका अंजाम होता है कि कई बार लोगों को लेने के देने पड़ जाते हैं. यानी सुंदरता के चक्कर में उनकी सूरत और बिगड़ जाती है.
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ऐसा ही कुछ हुआ था राजी नाम की एक महिला के साथ. उसने अपने फेस में फिलर्स भरवाए थे. लेकिन ये उसकी स्किन के अंदर जाकर जम गया. जिसकी वजह से उसके चेहरे का नक्शा ही बदल गया. राजी को अपने चेहरे से ये फिलर्स निकलवाने के लिए भी सर्जन के पास जाना पड़ा. वहां पता चला कि ये फिलर्स तो सीमेंट जैसे जम गए हैं. इसे हटाने के लिए सर्जन को आरी का इस्तेमाल करना पड़ा. तब जाकर फिलर उसके फेस से अलग हुआ.
चाहिए थे उभरे गाल
मशहूर प्लास्टिक सर्जन डॉ टेरी डूब्रो ने हाल ही में डेली स्टार को दिए इंटरव्यू में अपने अब तक के सबसे मुश्किल केस का जिक्र किया. डॉ टेरी ने बताया कि उनके पास राजी नाम की एक महिला आई थी. उसके चेहरे की हालत खराब थी. उसने बताया कि उसे उभरे हुए गाल चाहिए थे. इस में फिलर्स भरवाए थे. लेकिन इसने उल्टा ही असर कर दिया. बॉडी के रियेक्ट करने की वजह से उसका चेहरा बिगड़ गया. कहां उसने खूबसूरत दिखने के लिए फिलर्स डलवाए थे, लेकिन सुन्दर की जगह वो और बदसूरत हो गई.
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सीमेंट की तरह जमा फिलर
राजी ने इंजेक्शंस के जरिये चेहरे में फिलर्स भरवाए थे. लेकिन वो उसके चेहरे के अंदर जाकर सीमेंट की तरह जम गए. पहले डॉ टेरी ने दो सेशन में उसे पिघला कर निकालने की कोशिश की. लेकिन नाकामयाब हो गए. आखिर में उन्होंने टूल्स के जरिये इसे निकालने का फैसला किया. सीमेंट जैसे जमे फिलर्स को हटाने के लिए उन्हें छोटे आरी की मदद लेनी पड़ी. इस प्रोसीजर को करने के लिए डॉ टेरी को 10 महीने का समय लगा. उन्होंने लोगों को सस्ते कॉस्मेटिक की सलाह दी. ये आगे चलकर काफी महंगा पड़ जाता है.