नशे में एक मजदूर ने खोला राज
तो पुलिस पहुंची आरोपियों तक
(भोपाल)। सोने की चमक ईमानदार से ईमानदार आंखों को चौंधिया देने की ताकत रखती है. ऐसे में कमाने-खाने वाले और हर रोज गरीबी से दो-दो हाथ करने वाले लोगों के लिए तो ये चमक स्वर्ग से आ रही रोशनी के समान है.
सोने की चमक देख कुछ इस तरह ही मध्य प्रदेश के चंद मजदूरों का ईमान डोल गया. जिसके बाद उन्होंने खजाना आपस में बांट लिया, लेकिन वो कहते हैं न वक्त से पहले और किस्मत से ज्यादा किसी को नहीं मिलता. कुछ ऐसा ही इन मजदूरों के साथ हुआ.
मकान की खुदाई में मिला खजाना
घटना मध्य प्रदेश के धार जिले के चिटनीस चौक के करीब नालछा दरवाजा की है. शिवनारायण राठौड़ का पुराना मकान इसी इलाके में स्थित है.
उनके इस पुराने मकान एक हिस्सा जर्जर हो गया है. वह अब इस पुराने मकान को तोड़कर नया मकान बनवा रहे थे.
इस मकान को तोड़ने के लिए हिम्मतगढ़ के मजदूर बुलाए गए थे.मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एक महीने से यहां मकान तोड़ने का काम कर रहे इन मजदूरों को मकान की एक दीवार को गिराते समय कुछ ऐसा मिला जिसे देख इनकी आंखें चमक उठीं. ये एक गड़ा हुआ खजाना था.
सोने के सिक्कों से भरा खजाना देख मजदूर खुशी से उछल पड़े. उन्होंने इस बारे में किसी को जानकारी नहीं दी.
आपस में बांट लिया सोना
सोने के सिक्कों को देख मजदूरों के मन में लालच आ गया. उन्होंने फैसला किया कि इसकी जानकारी वे किसी को नहीं देंगे और इन सिक्कों को आपस में बांट लेंगे. पहले दिन तीन मजदूरों को 39 सिक्के मिले थे.
इन तीनों ने अन्य मजदूरों को भी इसके बारे में नहीं बताया और पहाड़ी पर जाकर आपस में सोने की गिन्नियां बांट ली. सिक्के मिलने के बाद भी तीनों मजदूर अगले दिन वहां काम करने आए, जिससे कि कोई उनपर शक न कर सके.
पुलिस के अनुसार तीनों मजदूरों को सोने के सिक्के मिलने के दो दिन बाद काम करने के दौरान मजदूरों को एक कलश मिला. इस कलश में सोने की गिन्नियां, कुछ बिस्किट और गहने के टुकड़े थे.
गहने के टुकड़े चार तोले सोने के थे. इसे आठ मजदूरों ने धार के दशहरा मैदान स्थित पहाड़ी पर जाकर आपस में बांट लिया था.
खुदाई के दौरान मजदूरों को कुल 86 सोने के सिक्के मिले. इनकी कीमत कीमत एक करोड़ से अधिक है.
इसमें सबसे अधिक 21-21 गिन्नियां मजदूर सुरेश, सोहन और बर्मा के पास मिली है. इसके बाद आरोपी सोहन, दिनेश, मनीष, धर्मेंद्र और जितेंद्र के पास से 8-8 गिन्नियां मिली है. पुलिस ने सारी चीजें जप्त कर ली है.
एक की गलती ने खोला सारा राज
सोने से भरा कलश मिलने की जानकारी सिर्फ मजदूरों को ही थी. इसके बारे में उन्होंने मकान मालिक को भी नहीं बताया. पहले सभी मजदूरों ने सोने को अपने-अपने घरों में छुपाया, बाद में बर्मा नामक मजदूर ने कुछ गिन्नियों को बेचा.
ये सिक्के बेचने के बाद उसने एक होटल में उधारी चुकाने के साथ साथ एक नई बाइक भी खरीदी थी. यहीं से उस पर शक होने लगा.
लोगों को ये हैरानी हो रही थी कि एक मजदूर के पास अचानक इतने रुपये कहां से आए. इसके बात इस बात की भनक पुलिस को लग गई.
साथ ही बर्मा ने शराब के नशे में कुछ लोगों को यह बात बताई थी कि उसे सोने की गिन्नियां मिली हैं. इन्हीं बातों के आधार पर पुलिस ने उसे हिरासत में लिया. जिसके बाद पूछताछ के दौरान उसने सारा राज उगल दिया.
मजदूरों के पास से पुलिस ने सोने के सिक्के, चेन और धातू के कलश को बरामद किया है.
इसके बाद पुलिस पुरातत्व विभाग से यह जानकारी जुटाने में लगी है कि यह कितना पुराना है. पुराने होने के कारण की इसकी कीमत अधिक है.
पुलिस ने सभी आठ मजदूरों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि इस खजाने के बारे में मकान मालिक को जानकारी नहीं थी. बताया जा रहा है कि हो सकता है ये सिक्के पुश्तैनी हों.