रायपुर। प्रदेश में इस बार मानसून 29 या 30 मई को दस्तक दे सकता है। मौसम विभाग के अनुसार 2-3 दिनों में मानसून पहुंचने के लिए परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं। अगर ऐसा हुआ तो पिछले 100 साल का रेकॉर्ड टूट जाएगा। ऐसा पहली बार भी होगा कि नौतपा में मानसून आएगा। पिछले 30 सालों में प्रदेश में मानसून पहुंचने की सामान्य तारीख 15 जून है। पिछले साल 7 जून को बस्तर में मानसून आया था।
दूसरी ओर प्री-मानसून बारिश ने राजधानी समेत पूरे प्रदेश को तरबतर कर दिया है। राजधानी में दोपहर 3.45 से शाम 4.45 बजे तक यानी केवल एक घंटे में 19.4 मिमी पानी बरस गया। बीती रात 8.7 मिमी बारिश हुई थी। पिछले चार दिनों से प्रदेश में व्यापक रूप से प्री-मानसून वर्षा हो रही है। बारिश के कारण गर्मी तो गायब है लेकिन उमस से लोग परेशान हैं। नौतपा का तीसरा दिन चल रहा है, जो लगातार ठंडा गुजर रहा है। वर्षा के कारण अधिकतम तापमान साढ़े 3 से 7 डिग्री तक गिर गया है। न्यूनतम तापमान भी सामान्य से 3 डिग्री तक कम हो गया है। नौतपा में ज्यादातर गर्मी का ट्रेंड रहा है।
बस्तर, सुहेला से लेकर देवभोग तक बारिश
पिछले 24 घंटे में सुहेला, बस्तर से लेकर देवभोग तक बारिश हुई है। सुहेला में 6, देवभोग, बकावंड, भैरमगढ़ व माकड़ी में 4-4 सेमी, बस्तर, धनोरा, जगदलपुर, नानगुर, भोपालपट्टनम में 3-3 सेमी पानी गिरा है। इसी तरह दरभा, रतनपुर, कुमरदा, नारायणपुर, भाटापारा में 2-2, तोकापाल, कोहकामेटा, भानुप्रतापुर, अमलीपदर, लवन, अर्जुंदा, प्रेमनगर, फरसगांव, तमनार में एक-एक सेमी पानी गिरा है।