लखनऊ: सीएम योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस के मेनिफेस्टो को भारत जैसे दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के लिए घातक बताया है. सीएम योगी शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर मीडिया से बातचीत कर रहे थे. चुनाव में अप्रासंगिक मुद्दे उठने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा शुरू से ही विकास, सुरक्षा और सुशासन के मुद्दे के साथ चुनाव में उतरी थी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले चरण का मतदान इन्हीं मुद्दों पर हुआ, मगर पहले चरण से ठीक पहले इंडी गठबंधन के सबसे महत्वपूर्ण घटक कांग्रेस के घोषणापत्र ने पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींचा है. कांग्रेस अपने मेनिफेस्टो में देश के तालिबानीकरण से लेकर जनता की संपत्ति और पर्सनल लॉ जैसे मुद्दों को समर्थन देकर मजहबी आधार पर देश के विभाजन की आधारशिला रखना चाहती है. भाजपा हर हाल में इसका पुरजोर विरोध करेगी.
सीएम योगी ने कहा कि कांग्रेस के सलाहकार सैम पित्रोदा का वक्तव्य सबने पढ़ा है. यूपीए सरकार के दौरान रंगनाथ मिश्रा कमेटी और सच्चर कमेटी की रिपोर्ट कांग्रेस लेकर आई थी. इसके अलावा कर्नाटक में कांग्रेस नेतृत्व की सरकार ने पिछड़े वर्ग के आरक्षण में जबरदस्ती मुस्लिमों को डालकर ओबीसी के अधिकार का बंदरबांट कर रही है. विरासत टैक्स, संपत्ति का एक्स-रे कराने की बात, संपत्ति को कब्जे में लेने की बात करके ये लोग मजहबी आधार पर देश के विभाजन की आधारशिला रखना चाहते हैं. इसके साथ ही विरासत की संपत्ति का आधा हिस्सा ले लेने और पर्सनल लॉ जैसे कानून को फिर से लागू करने की बात ये लोग कर रहे हैं. इस देश का विभाजन इन्हीं कारणों से हुआ था. अगर कोई राजनीतिक दल ऐसा करने की कोशिश करेगा तो उसका विरोध हर हाल में होगा.
सीएम ने कहा कि हम ये मुद्दे उठा रहे हैं और जनता का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं. कांग्रेस और इंडी गठबंधन के सत्ता से कोसों दूर होने पर भी क्या मानसिकता है, इसपर लगातार जनता का ध्यान आकर्षित किया जा रहा है. इनकी मंशा को सफलता न मिले, इसलिए ये जरूरी हो जाता है कि जनता समय रहते अपने एक-एक वोट के जरिए इसपर पानी फेरने का काम करे. चिदंबरम जो बात वरासत टैक्स की करके कह रहे थे, वही बात सैम पित्रोदा कह रहे हैं. इनके मंसूबों पर पानी फेरने की जरूरत है, नहीं तो ये देश, कॉमन मैन और आधी आबादी के लिए बड़ा खतरा पैदा कर सकते हैं.