मुख्यमंत्री बघेल सहित कई शामिल हुए अंत्येष्टि में, राज्यपाल, मुख्यमंत्री व राहुल गांधी ने जताया शोक
कांकेर। छत्तीसगढ़ विधानसभा उपाध्यक्ष एवं विधायक मनोज मंडावी का रविवार 16 अक्टूबर की सुबह 7 बजे दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।
निधन की खबर मिलते ही एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है। मंडावी का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव नथिया नवा में किया गया।
राज्यपाल अनुसुइया उइके,मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी सहित अनेक लोगों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है।
रविवार को स्व. मंडावी का अंतिम संस्कार किया गया, जहां उनके बेटे ने मुखाग्नि दी। विधानसभा उपाध्यक्ष के निधन की खबर मिलने से प्रदेश के सभी जिलों से जनप्रतिनिधि नाथियानवागांव पहुंचने लगे।
राज्यपाल ने श्रद्धांजलि के साथ
याद की स्व. मंडावी की भूमिका
छत्तीसगढ़ विधानसभा उपाध्यक्ष श्री मनोज सिंह मंडावी जी के आकस्मिक निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। श्री मंडावी वरिष्ठ आदिवासी नेता भी थे। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें एवं परिजनों को इस दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
— Governor Chhattisgarh (@GovernorCG) October 16, 2022
राज्यपाल अनुसुईया उइके ने छत्तीसगढ़ विधानसभा उपाध्यक्ष स्व. मंडावी के आकस्मिक निधन पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है।
राज्यपाल ने अपने शोक संदेश में कहा कि मंडावी ने अनेक महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए प्रदेश व अपने क्षेत्र के विकास में बड़ी भूमिका निभाई। उनका निधन छत्तीसगढ़ के लिए अपूरणीय क्षति है।
राज्यपाल ने शोक संतप्त परिजनों को इस दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने और दिवंगत आत्मा के शांति की प्रार्थना की है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अंत्येष्टि में हुए शामिल, परिजनों से की मुलाकात
स्व. मनोज सिंह मण्डावी जी को अंतिम विदाई.🙏🏻ॐ शांति: pic.twitter.com/HBPBC1NxTT
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) October 16, 2022
छत्तीसगढ़ विधानसभा के उपाध्यक्ष स्वर्गीय मनोज सिंह मण्डावी को विकासखण्ड कांकेर अंतर्गत उनके गृह ग्राम नथिया-नवागांव में रविवार की शाम राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।
दुख की इस घड़ी में मुख्यमंत्री बघेल ने आज उनके गृह ग्राम पहुंचकर स्वर्गीय मण्डावी के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
उन्होंने इस दौरान शोक संतप्त परिवारजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।
स्वर्गीय मण्डावी की अंतिम विदाई में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंड़िया, नगरीय प्रशासन एवं विकास तथा श्रम मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया, संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी, वरिष्ठ विधायक मोहन मरकाम, राज्य खाद्य आपूर्ति निगम के अध्यक्ष राम गोपाल अग्रवाल, लोकसभा कांकेर के सांसद मोहन मंडावी, लोकसभा बस्तर के सांसद दीपक बैज, राजनांदगांव के सांसद संतोष पाण्डेय, भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष विक्रम उसेंडी, राज्यसभा सदस्य फूलोदेवी नेताम, अनूप नाग, देवेंद्र यादव, रेखचंद जैन व भाजपा के पदाधिकारी शव यात्रा व अंतिम संस्कार में शामिल हुए। प्रदेश के सीएम व अन्य मंत्रियों ने भी उनके पार्थिव शरीर को कंधा दिया और श्रद्वांजलि अर्पित की।
बघेल ने जताया शोक, बोले-सदैव याद रखा जाएगा प्रदेश के विकास में उनका योगदान
छत्तीसगढ़ विधानसभा के उपाध्यक्ष, वरिष्ठ आदिवासी नेता, भानुप्रतापपुर विधायक श्री मनोज सिंह मंडावी जी के आकस्मिक निधन का समाचार हम सब के लिए बेहद दुखद है।
ईश्वर उनके परिवारजनों को यह आघात सहने की शक्ति दे. दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना करता हूँ। ॐ शांति:
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) October 16, 2022
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल विधानसभा उपाध्यक्ष मण्डावी के आकस्मिक निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वे वरिष्ठ आदिवासी नेता थे। स्वर्गीय मण्डावी छात्र जीवन से ही राजनीति से जुड़े हुए थे।
उन्होंने नवगठित छत्तीसगढ़ के गृह राज्यमंत्री और विधानसभा के उपाध्यक्ष सहित अनेक महत्वपूर्ण पदों को सुशोभित किया और प्रदेश की सेवा की। वे वर्ष 1998 में अविभाजित मध्यप्रदेश विधानसभा के तथा वर्ष 2013 और 2018 में छत्तीसगढ़ विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए।
मंडावी छत्तीसगढ़ आदिवासी विकास परिषद के अध्यक्ष भी रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि मनोज सिंह मंडावी आदिवासी समाज के बड़े नेता थे। वे आदिवासियों की समस्याओं को विधानसभा में प्रभावशाली ढंग से रखते थे।
मंडावी आदिवासी समाज की उन्नति और अपने क्षेत्र के विकास के लिए सदैव प्रयासरत रहे। विधानसभा उपाध्यक्ष के रूप में उनकी कार्यशैली को पक्ष और विपक्ष के सभी लोग प्रशंसा करते थे।
सरल, सौम्य व मृदुभाषी व्यवहार वाले स्वर्गीय मनोज सिंह मण्डावी को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। प्रदेश के विकास में उनके योगदान को सदैव याद रखा जाएगा। उनका निधन क्षेत्र के साथ-साथ आदिवासी समाज और प्रदेश सहित हम सबके लिए अपूरणीय क्षति है।
सीएम बोले-किसे पता
था कि ऐसे आना होगा
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि 7 अक्टूबर को मिलेट प्रसंस्करण के कार्यक्रम में नाथियानवागांव आया था, उस दिन मनोज ने कहा कि चलो एक बार नाथियानवागांव का मंदिर देख लो, मैंने कहा कि सूर्यास्त होने वाला है, बाद में कभी आएंगे, लेकिन किसे पता था कि दूसरी बार आना हुआ तो उनके शोक में नाथियानवागांव आना पड़ेगा, अंतिम यात्रा में आना पड़ा। मनोज भाई से जब भी चर्चा होती थी, छात्र जीवन के दिनों की राजनीति के बारे में होती थी। वे तीन बार विधायक रहे, मंत्री रहे और अभी विधानसभा के उपाध्यक्ष थे।
राहुल ने भी दी स्व मंडावी को अपनी श्रद्धांजलि, बताया जमीनी राजनेता
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी स्व. मनोज मंडावी को अपनी श्रद्धांजलि दी है। सोशल मीडिया में फेसबुक पर उन्होंने अपनी श्रद्धांजलि देते हुए लिखा है-कांग्रेस परिवार के वरिष्ठ और दिग्गज नेता, छत्तीसगढ़ विधानसभा के उपाध्यक्ष और भानुप्रतापपुर से विधायक, श्री मनोज मंडावी जी के हृदयाघात से आकस्मिक निधन की ख़बर बेहद दुःखद है।
वह बेहद विनम्र स्वभाव के व्यक्ति थे, कांग्रेस की विचारधारा में उनका अटूट विश्वास था।
वो ज़मीनी राजनीति को बेहतर ढंग से समझते थे इसलिए जनता ने उन्हें 3 बार अपने विधायक के रूप में चुना। मैं सभी शोकाकुल परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। समस्त कांग्रेस परिवार की तरफ से विनम्र श्रद्धांजलि।
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