रायपुर: छत्तीसगढ़ के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन को आज राजभवन में आयोजित एक भावभीनी विदाई समारोह में सम्मानित किया गया। इस अवसर पर राज्यपाल हरिचंदन ने राजभवन परिवार के समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संबोधित करते हुए अपने कार्यकाल के विभिन्न पलों को याद किया और उनके सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।
समारोह में राज्यपाल को राजभवन परिवार की ओर से शाल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। राज्यपाल हरिचंदन ने अपने संबोधन में कहा कि अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़ के विभिन्न इलाकों का दौरा किया और यहां के लोगों की मेहनत, समर्पण और साहस को नजदीक से देखा। उन्होंने छत्तीसगढ़ की प्राकृतिक सुंदरता और लोगों की सरलता और सहजता की भी प्रशंसा की।
राज्यपाल ने अपने कार्यकाल में लागू की गई कई महत्वपूर्ण योजनाओं और नीतियों का उल्लेख किया। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्तायुक्त अध्ययन-अध्यापन को सुनिश्चित करने के उनके प्रयासों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने विश्वविद्यालयों में समय पर दीक्षांत समारोह आयोजित करने के निर्देश दिए। कुलाधिपति के रूप में उन्होंने विद्यार्थियों को राष्ट्र की सेवा करने और गरीब, शोषित एवं वंचित वर्ग के लिए कार्य करने हेतु प्रेरित किया।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण प्रदूषण आज विश्व की बड़ी समस्या है और इसके समाधान के लिए सभी को जागरूक होना पड़ेगा। पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए सभी को पेड़ लगाना चाहिए, जिससे मानवता की सेवा होगी।
राज्यपाल के सचिव यशवंत कुमार ने कहा कि हरिचंदन ने अपने ज्ञान और अनुभव से निरंतर मार्गदर्शन किया। उनकी संवेदनशीलता उनके कार्यों में परिलक्षित होती थी और वे समस्या लेकर आने वाले लोगों से आत्मीयता से मिलते और त्वरित समाधान के लिए निर्देश देते थे। इस समारोह में उपसचिव हिना अनिमेष नेताम ने आभार प्रदर्शन किया। इस अवसर पर विधिक सलाहकार भीष्म प्रसाद पाण्डेय, परिसहाय सुनील शर्मा, निशांत कुमार और राजभवन के सभी अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।