Gangster Aman Sahu Encounter Inside Story:लॉरेंस बिश्नोई का करीबी कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू मारा गया है। झारखंड पुलिस ने एनकाउंटर में अमन साहू को मार गिराया। एनकाउंटर मंगलवार की सुबह पलामू में हुई। अमन साहू को रांची पुलिस की टीम रायपुर से पूछताछ के लिए रिमांड पर रांची ला रही थी। पुलिस की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद अमन साहू ने पुलिस का हथियार छीनकर भागने की कोशिश की और पुलिस पर फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में अमन साहू मारा गया।
अमन साहू पिछले तीन महीने से रायपुर के जेल में बंद था। रांची के बरियातू में कोयला कारोबारी पर हुए हमले और हजारीबाग में एनटीपीसी डीजीएम के मर्डर मामले में पूछताछ करने अमन साहू को रांची लाया जा रहा था।
अमन साहू ने साल 2013 में अपना गैंग बनाया था। वो खुद को लॉरेंस बिश्नोई का करीबी बताता था। पप्पू यादव ने जब लॉरेंस गैंग को लेकर बयान दिया तो उन्हें साहू गैंग की ओर से धमकी दी थी।
जानकारी के अनुसार अमन साहू गिरोह के सदस्यों ने चैनपुर और रामगढ़ थाना के बीच अन्धारी ढोढ़ा में पुलिस वाहन पर बम से हमला कर दिया। इस दौरान पुलिस वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया। जिसके बाद अमन साव पुलिस जवान का हथियार छीनकर भागने लगा। लेकिन वो अपने प्रयास में सफल नहीं हो सका। घटना की जानकारी मिलने के बाद पलामू पुलिस के बड़े अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और पूरे मामले की छानबीन कर रहे हैं।
SP रिष्मा रमेशन ने बताया कि, ‘बमबाजी के बाद अमन साहू ने हवलदार राकेश कुमार के हाथ से राइफल छीनकर फायरिंग की कोशिश की। तभी जवाबी कार्रवाई में उसे मार गिराया गया। हवलदार की जांघ में गोली लगी है। उसका इलाज एमएमसीएच पलामू में चल रहा है।
लॉरेंस बिश्नोई का खास गैंगस्टर अमन साहू मारा गया
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रांची पुलिस का ऑपरेशन सफल, हथियार छीनकर भागने की कोशिश में मारा गया गैंगस्टर अमन साहू#amansahu#lowernace pic.twitter.com/kzBaBmu90L
— Amit Bajpayee (@bajpayee007) March 11, 2025
यूपी के गैंगस्टर विकास दुबे की तर्ज पर मारा गया अमन साहू
अमन साहू को यूपी पुलिस के स्टाइल में ही एनकाउंटर किया गया। यूपी के कुख्यात अतीक अहमद के बेटे असद और गैंगस्टर विकास दुबे को भी इसी तरह मारा गया था। यूपी वाले बाबा का फार्मूला झारखंड में काम आया।ज्ञात हो कि उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद की बेटे की तलाश पुलिस को थी। असद बाइक से गिरा और भागने के क्रम में पुलिस की गोली से मारा गया जबकि गैंगस्टर विकास दुबे की गाड़ी पलटी थी जिसके बाद भागने के क्रम में पुलिस ने उसे मार गिराया था।
रंगदारी नहीं देने पर फायरिंग करवाता, सोशल मीडिया में पोस्ट भी करता
अमन साहू झारखंड पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती था। उसके गिरोह के निशाने पर कोयला कारोबारी, ट्रांसपोर्टर, ठेकेदार, रियल एस्टेट कारोबारी और बिल्डर थे। अमन इनसे लगातार रंगदारी वसूल रहा था। बात नहीं मानने वालों पर खुलेआम गोलियां भी चलवाता था। इसके बाद गैंग के गुर्गे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर और वर्चुअल नंबर से मीडिया को जानकारी भी देते थे कि घटना को उनके ही गिरोह ने अंजाम दिया है।
2013 में अपना गैंग बनाया था
अमन साहू ने साल 2013 में अपना गैंग बनाया था। करीब ढाई साल पहले कोरबा में अमन साहू गैंग के लोगों ने बरबरीक ग्रुप के पार्टनर के घर के बाहर फायरिंग की थी। हाल ही में पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव को अमन साहू गैंग से ही धमकी मिली थी, जब उन्होंने लॉरेंस बिश्नोई के सफाया करने का दावा किया था। आरोप है कि अमन साहू ने कुछ शूटर रायपुर भी भेजे थे. उसकी हिट लिस्ट में शहर के कई बिजनेसमैन के होने का दावा भी किया जाता था। इसके बाद रायपुर पुलिस ने इस गैंग के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
कनाडा और मलेशिया से क्या कनेक्शन?
बताया जाता है कि गैंगस्टर अमन साहू का फेसबुक अकाउंट अमन सिंह नाम का शख्स कनाडा से ऑपरेट करता है, जबकि दूसरा अकाउंट मलेशिया से सुनील राणा नाम का शख्स देखता है। राजस्थान का रहने वाला सुनील मीणा लॉरेंस का दोस्त है। फिलहाल सुनील मीणा अजरबैजान पुलिस की गिरफ्त में है। उसके प्रत्यार्पण को लेकर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। ये भी कहा जाता है कि अमन साहू लॉरेंस बिश्नोई को गुर्गे सप्लाई करता था, जिसके बदले में उसे लॉरेंस की ओर से हाईटेक हथियार मिलते थे, जिनके दम पर वो झारखंड-बिहार-छत्तीसगढ़ में उगाही और रंगदारी करता था।
कौन था अमन साहू
अमन साहू रांची के ठाकुरगांव के समीप मतबे गांव का रहने वाला था। उस पर झारखंड में रंगदारी, हत्या, एक्सटॉर्शन सहित 100 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। वह एक समय में हार्डकोर नक्सली भी था। करीब 2013 में उसने अपना गैंग बनाया था। इंटरनेट मीडिया फेसबुक पर उसने कई बार हथियार लहराकर फोटो भी पोस्ट किया था।