रायपुर : छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) लगातार छापे की कार्रवाई कर रही है। हालांकि छापे से पीड़ित ईडी पर प्रताड़ना का आरोप भी लगा रहे हैं। इसी क्रम में हाई कोर्ट में कथित प्रताड़ना के खिलाफ तीन और लोगों ने याचिका दायर की है। इस याचिका के जरिए पिंकी सिंह, नितेश पुरोहित और अभिषेक सिंह ने ईडी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि ईडी की कार्रवाई दोषपूर्ण और अवैध है, क्योंकि उनके यहां ईडी ने सीधे रेड नहीं की थी, लेकिन उन्हें पूछताछ के लिए बुलाकर प्रताड़ित किया गया। इस मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा और जस्टिस संजय के. अग्रवाल की पीठ में 17 तारीख को होगी।
हाई कोर्ट में तीनों की तरफ से पूर्व उप महाधिवक्ता मतीन सिद्दीकी सहित अलग-अलग वकील पैरवी कर रहे हैं। बता दें कि हाई कोर्ट में रायपुर के मेयर एजाज ढेबर के भाई हनीफ ढेबर ने भी याचिका दायर की है। उन्होंने अपनी याचिका में कहा कि ईडी ने समंस और वारंट जारी किए बिना छापेमारी की। हनीफ ने ईडी की कार्रवाई को अवैध करार देते हुए कहा कि उनके निवास पर छापेमारी का एकमात्र कारण ढेबर परिवार से रिश्तेदारी है। इससे उनके मौलिक अधिकारों का हनन हुआ है।
ईयूडी ने आबकारी के 35 अधिकारी-कर्मचारियों को किया जारी समन
दूसरी ओर ईडी ने आबकारी में गड़बड़ी के मामले में 27 जिलों के आबकारी अफसरों व कर्मचारियों समेत मुख्यालय में पदस्थ डिप्टी डायरेक्टर व डायरेक्टर रैंक के 35 अधिकारियों को समंस जारी किया है। शराब दुकानों में पदस्थ सुपरवाइजर और सेल्समैन से लगातार पूछताछ की जा रही है। बुधवार को तीन जिलों के आबकारी अधिकारी और मुख्यालय में पदस्थ डिप्टी डायरेक्टर को बुलाया गया। उनसे लंबी पूछताछ की गई और रात में छोड़ा गया। इसके अलावा शराब कारोबार से जुड़े दो दर्जन कारोबारियों और अधिकारियों से पूछताछ हो चुकी है।