भिलाई। सुपेला थाना क्षेत्र में म्यूल खाता के जरिए महादेव ऐप ऑनलाइन सट्टा संचालित कर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी के मामले में एक और फरार आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की चौतरफा दबाव की वजह से आरोपी गोविंदा चौहान ने कोर्ट में सरेंडर किया। न्यायिक प्रक्रिया के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से कार को जब्त किया है। वहीं अवैध कमाई से खरीदा मकान और प्लाट को जब्त कर कुर्क कराने की प्रक्रिया शुरू की है।
इसके पहले पुलिस ने एक आरोपी रविकांत मिश्रा को गिरफ्तार किया था। पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस पूरे रैकेट का पर्दाफाश करेगी। भिलाई नगर सीएसपी सत्य प्रकाश तिवारी ने बताया कि 26 सितंबर 2024 को धीरज महतो ने थाना सुपेला में शिकायत दर्ज कराई थी कि आरोपी गोविंदा चौहान और रविकांत मिश्रा ने उसे और मुकेश तांडी को बहला-फुसलाकर आईडीएफसी बैंक में खाता खुलवाया। साथ ही अपना मोबाइल सिम भी दिलवाया। जिन्हें उन्हीं खातों से लिंक किया गया। आरोपियों ने इन खातों का उपयोग महादेव ऐप ऑनलाइन सट्टा और गेमिंग प्लेटफॉर्म के संचालन के लिए किया। उस अकाउंट में करोड़ों रुपए का ट्रांजेक्शन किया। ट्रांजेक्शन के आधार पर पुलिस के घेरे में आए। दोनों आरोपियों के खिलाफ धारा 318(4), 319(2), 61(2), 111 बीएनएस के तहत अपराध दर्ज किया था। जांच में सामने आया कि आरोपी वेब पोर्टल रोजनामचा और खबर छत्तीसगढ़ के नाम से फर्जी समाचार साइट चलाते थे, जिसकी आड़ में ऑनलाइन गेमिंग ऐप के माध्यम से सट्टा संचालन कर रहे थे।
ऑनलाइन सट्टा ऐप से बनाई संपत्ति होगी कुर्क
सीएसपी ने बताया कि जांच में यह भी उजागर हुआ कि इन आरोपियों द्वारा संचालित आईडी और खातों से करोड़ों रुपए का लेन-देन किया गया है, जिनका इस्तेमाल सट्टा के जरिए अवैध कमाई में हो रहा था। आरोपी गोविंदा चौहान के पास से कार जब्त की गई, जो अवैध आय से खरीदी गई थी। साथ ही आरोपियों ने सट्टा की कमाई से कोहका चंद्रनगर में आलिशान बंगला खरीदा और सीएम मेडिकल कॉलेज के पास करीब 650 वर्गफीट का प्लाट खरीदा है। अर्जित जिसकी कुर्की की प्रक्रिया जारी है।