बलौदाबाजार। गातापार गांव में निस्तारी भूमि से अवैध कब्जा हटाने के बाद सोशल मीडिया पर भ्रामक जानकारी फैलाने के मामले में पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार किया है। आरोपी राहुल बंदे और संत धृतलहरे ने वॉट्सऐप ग्रुप्स में झूठी पोस्ट शेयर की थी। उन्होंने यह अफवाह फैलाई कि बेदखली की कार्रवाई के दौरान जेसीबी वाहन से धार्मिक आस्था के प्रतीक को तोड़ा गया है।
पोस्ट वायरल होने के बाद स्थिति बिगड़ सकती थी। जबकि प्रशासन की मौजूदगी में 2 जून को बेदखली की कार्रवाई में ऐसा कोई भी धार्मिक स्थल क्षतिग्रस्त नहीं किया गया था। यह कार्रवाई हाईकोर्ट के आदेश के तहत की गई थी। पलारी नायब तहसीलदार के निर्देश पर गातापार गांव में हल्का नंबर 24, खसरा नंबर 215/6 और 275/6 की सरकारी जमीन से अनावेदकों को बेदखल किया गया।
कब्जा हटाते समय पीएम आवास योजना से बने मकानों को नहीं छुआ गया। पलारी पुलिस ने मामले में राहुल और संत को हिरासत में लिया। पूछताछ में सामने आया कि दोनों ने निजी स्वार्थ और धार्मिक भावनाएं भड़काने की मंशा से झूठा प्रचार किया। दोनों के खिलाफ बीएनएस की धारा 196 (1), 353 (1) (ख) (ग), 353 (2), 61 (2) के तहत अपराध दर्ज किया गया है।