हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को अक्षय नवमी मनाई जाती है। अक्षय नवमी को आंवला नवमी के नाम से भी जाना जाता है। वहीं, आज आंवला नवमी पर हर्षल योग समेत 3 अद्भुत संयोग बन रहे हैं। आंवला नवमी पर भगवान विष्णु की पूजा-उपासना की जाती है। साथ ही आंवला पेड़ के नीचे भोजन पकाया जाता है। इस दिन दान-पुण्य का विशेष महत्व बताया जाता है। मान्यता है कि इस दिन किए गए कार्यों से अक्षय फल की प्राप्ति होती।
आंवला नवमी के दिन करें ये उपाय
अक्षय नवमी वाले दिन सुबह उठकर स्नान करें।
फिर आंवले के पेड़ के नीचे पूर्व की दिशा की तरफ मुंह करके भगवान विष्णु जी का पूजन करें।
पेड़ की जड़ में दूध अर्पित करें। फिर आंवले के पेड़ के चारों तरफ सूत लपेटें, कपूर या फिर देसी घी की दीपक जलाएं और पूजा करें।
आंवला के पेड़ पर मौली बांधकर भगवान विष्णु के मंत्र का जप करना चाहिए।
भगवान की आरती के साथ ही पेड़ की 108 बार या 11 बार परिक्रमा करें।
कद्दू व सोने का दान देना बहुत शुभ
इस दिन कद्दू व सोने का दान देना बहुत शुभ माना जाता है। इस दिन ब्राह्मण या फिर गरीब को भोजन कराएं और अपनी सामर्थ्य के अनुसार वस्त्र और दक्षिणा दें। इस दिन भोजन में आंवला जरूर शामिल करें। इसके साथ ही इस दिन आंवला दान करें। ऐसा करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं। वे सभी मनोकामनाओं को पूरा करते हैं।