झारखंड के सबसे प्रमुख त्यौहारों में से एक है ‘करमा पूजा’. इस दिन बहन अपने भाई के लिये व्रत रखकर उसके दीर्घायु की कामना के लिए पूजा अराधना करती हैं. हर साल करमा पूजा भाद्रमाह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनायी जाती है. ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि इस साल करमा पर्व 25 सितम्बर को मनाया जाएगा. वहीं करमा पर्व सिर्फ झारखंड में ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़, उड़ीसा, बंगाल, असम, आदि राज्यों मे बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है. तो आइए देवघर के ज्योतिष आचार्य से जानते हैं कि कब है, करमा और इस बार क्या शुभ योग बन रहा है?
Read more : World Pharmacists Day 2023: आज है विश्व फार्मासिस्ट दिवस, जानें कैसे हुई थी इसकी शुरुआत
देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नन्दकिशोर मुद्गल ने लोकल 18 को बताया कि हर साल करमा पर्व भाद्रमाह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है. वहीं इस साल 25 सितम्बर को करमा पर्व का व्रत रखा जाएगा. करमा पर्व का मुख्य उदेश्य होता है. बहन अपने भाई की सुख समृद्धि के लिये एकादशी के दिन व्रत रखती है. इसके साथ ही अच्छी कृषि और प्रकृति से अच्छी फसल की कामने की जाती है.
क्या है शुभ मुहूर्तकरमा पूजा इस साल 25 सितम्बर को मनाया जाएगा. वही करमा पूजा के दिन अहले सुबह 04 बजे के बाद व्रत का पालन शुरू कर दे वही प्रदोष काल में 05 बजकर 32 मिनट के बाद शुभ मुहूर्त की शुरुआत हो जाती है जो पूरा रातभर है. वहीं अगले दिन सूर्योदय के बाद करमा पूजा का पारण दही खा कर ले.
करमा का पूजा विधिकरमा पूजा के कुछ दिन पूर्व नदी या तालाब मे बालू या मिटी डाली मे रखती है फिर उसमे सात प्रकार के अनाज बोती है. वही करमा पूजा के दिन बांस की बनी डाली को सजाकर घर के आंगन के बीच मे रखा जाता है.इसके साथ ही करम वृक्ष के पेड़ को भी घर के आँगन मे गाड़ा जाता है ओर उसके चारो तरफ घर की महिलाए बैठकर पूजा आराधना करती है ओर अपने भाई की सुख समृद्धि की कामना करती है.करमा पर्व मे रातभर जागरण का भी परम्परा है.
अपने आसपास के साथ देश-दुनिया की घटनाओं व खबरों को सबसे पहले जानने के लिए जुड़े हमारे साथ :-
https://chat.whatsapp.com/BEF92xpiZmxEHCHzSfLf5h
Facebook: https://www.facebook.com/profile.php?id=100088868602045&mibextid=nW3QTL
Twitter : https://twitter.com/dehatpost?t=jw9CHQvyoOiIVWhx8Ue18Q&s=09
Telegram: https://t.me/dehatpost_cg_mp_news