रायपुर। बांग्लादेशी होने के शक में टिकरापारा इलाके के दो दर्जन से ज्यादा मजदूरों से पूछताछ की जा रही है। पिछले दो दिनों से उन्हें थाने में लाकर पहचान संबंधी दस्तावेज मांगे जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक संजय नगर में बड़ी संख्या में पश्चिम बंगाल के हावड़ा और हुगली जिले के रहने वाले कुछ सालों से रह रहे हैं। इनमें से अधिकांश लोग छोटे-मोटे काम करते हैं।
बांग्लादेशियों की तलाश में लगी पुलिस संजयनगर पहुंची। वहां से दो दर्जन से ज्यादा युवकों को थाने लाया गया। उनसे पहचान संबंधी स्थानीय दस्तावेजों के अलावा उनके पश्चिम बंगाल में निवास संबंधी प्रमाण मांगे जा रहे हैं। उनसे जन्म और स्कूल प्रमाण पत्र मांगे गए हैं।
बताया जाता है कि मजदूर होने के कारण कई लोगों के पास ये दस्तावेज नहीं हैं। उन्होंने बनवाया भी नहीं है। इसके बावजूद उन्हें पूछताछ के नाम पर थाने में रोका जा रहा है। ये प्रमाण पत्र मांगने से कई मजदूर परेशान हो गए हैं। हालांकि पुलिस ने जांच को सामान्य प्रक्रिया बताया है।
स्थानीय थाने से हो सकता है सत्यापन
पीड़ितों का कहना है कि वे पश्चिम बंगाल के स्थायी निवासी हैं और लंबे समय से रायपुर में आकर सिलाई, रिपेयरिंग, मजदूरी जैसे काम कर रहे हैं। पढ़े-लिखे नहीं होने के कारण उनके पास स्कूल और जन्म प्रमाण पत्र जैसे दस्तावेज नहीं हैं। वहां के स्थानीय थाने से उनके निवास संबंधी प्रमाण का पता लगाया जा सकता है।
मिल चुके हैं बांग्लादेशी
संजय नगर में पहले भी तीन बांग्लादेशी भाइयों को पुलिस पकड़ चुकी है। तीनों को मुंबई से हिरासत में लिया गया है। तीनों ने रायपुर में रहते हुए आधार कार्ड, अपना स्कूल प्रमाण पत्र आदि दस्तावेज बनवा लिए थे। इसके बाद रायपुर से विदेश जाने की तैयारी में थे। इस बीच पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया था। लेकिन पुलिस अब तक मास्टरमाइंड को पकड़ नहीं पाई है।
पहचान संबंधी दस्तावेज मांगे जा रहे
कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है। पहचान संबंधी दस्तावेज मांगे जा रहे हैं। यह रूटीन चेकिंग प्रक्रिया है। अब तक कोई संदिग्ध व्यक्ति नहीं मिला है।