लखनऊ: UP Police Sipahi Bharti Pariksha उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही के 60244 पदों के लिए 23 अगस्त से लिखित परीक्षा शुरू हो रही हैं। इससे पहले जालसाजों ने सोशल मीडिया पर पेपर लीक करवाने का दावा कर अभ्यर्थियों को फंसाने की कोशिश में लगे हुए थे। जिसके बाद एक्शन में आई यूपी एसटीएफ और साइबर पुलिस ने 11 टेलीग्राम चैनल्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है।
डीजी पुलिस भर्ती बोर्ड राजीव कृष्णा के अनुसार यह परीक्षा मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन और निर्देशों पर 60244 पदों पर भर्ती हो रही है। इस बार 48 लाख 17 हज़ार अभ्यर्थी परीक्षा में बैठ रहे हैं। जिसमें अन्य राज्यों के भी करीब 6 लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल होंगे।
अभ्यर्थियों के लिए सरकार ने फ्री रोडवेज बस की सुविधा दी है। रेलवे ने भी परीक्षा स्पेशल ट्रेन चलाने का ऐलान किया है। अधिकांश परीक्षा केंद्र शहरी इलाकों में हैं, ताकि अभ्यर्थियों को पहुंचने में कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
UP Police Sipahi Bharti Pariksha डीजी पुलिस भर्ती बोर्ड राजीव कृष्णा ने अभ्यर्थियों से अपील की है कि एडमिट कार्ड पर लिखे निर्देशों का पालन करें। लिखित परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए 2300 मजिस्ट्रेट और 25 हज़ार पुलिसकर्मी लगाए गए हैं। एक अभ्यर्थी की चेकिंग में करीब 15 से 20 सेकेंड लगेगा। जिनकी केवाईसी वेरिफाई नहीं हैं, उन्हें दो घंटे पहले पहुंचना होगा। करीब साढ़े छह लाख अभ्यर्थी अन्य प्रदेशों और केंद्र शासित राज्यों से आ रहे हैं।
20500 अभ्यर्थी संदिग्ध
पुलिस भर्ती बोर्ड के डीजी राजीव कृष्णा के अनुसार अब तक हमारी हेल्प लाइन पर 12 हजार कॉल्स आई हैं। हमने अभ्यर्थियों के कई सुझाव माने हैं। सुरक्षा की समीक्षा खुद मुख्यमंत्री जी कर रहे हैं। 20500 संदिग्ध अभ्यर्थियों की जानकारी हमें एआई के जरिए मिली है। 11 टेलीग्राम चैनलों से पेपर बेचे जाने की बात कही जा रही थी। ऐसे चैनलों के खिलाफ बीएनएस और नकल के खिलाफ नए कानून के तहत मुकदमा लिखाया गया है। हर 24 छात्र पर एक सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है।