नई दिल्ली। क्रिकेट जगत को बड़ा झटका लगा है। वेस्टइंडीज के पूर्व ऑलराउंडर बर्नार्ड जूलियन का 75 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने त्रिनिदाद के उत्तरी शहर वालसेन में आखिरी सांस ली। जूलियन वेस्टइंडीज की पहली वनडे विश्व कप चैंपियन टीम का हिस्सा थे। उनके निधन के बाद क्रिकेट जगत में शोक की लहर है।
बर्नार्ड जूलियन एक ऑलराउंडर थे, जो बाएं हाथ से तेज गेंदबाजी करते थे। उनके पास दोनों तरफ गेंद को स्विंग कराने की जबरदस्त क्षमता थी. 1973 में डेब्यू किया और आखिरी बार 1977 में खेले थे. मतलब उन्होंने करीब 5 साल तक इंटरनेशनल क्रिकेट खेला और वेस्टइंडीज के लिए यादगार प्रदर्शन किया.
1975 के विश्व कप में दिखाया था जलवा
जूलियन उन खिलाड़ियों में शुमार हैं, जो 1970 के दशक में वेस्टइंडीज क्रिकेट के उदय के गवाह थे. जब विंडीज साल 1975 में हुए पहले विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खिताब जीती तो वो विनिंग टीम का हिस्सा थे। इस दिग्गज ने उस टूर्नामेंट में कमाल का प्रदर्शन भी किया था। ग्रुप स्टेज के मुकाबले में श्रीलंका के खिलाफ 4 विकेट लिए थे. फिर सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ 4 शिकार किए। फिर लॉर्ड्स में खेले गए फाइनल में 26* रन की नाबाद पारी और 2 विकेट लेकर वेस्टइंडीज को पहला विश्व खिताब जिताया।
बर्नार्ड जूलियन का क्रिकेट करियर
अपने करियर में बर्नार्ड जूलियन ने 24 टेस्ट और 12 वनडे मैचों में वेस्टइंडीज का प्रतिनिधित्व किया. उन्होंने टेस्ट में 2 शतक और 3 फिफ्टी के दम पर 866 रन बनाए और 50 विकेट झटके, जबकि वनडे में 18 विकेट अपने नाम किए। बाएं हाथ के स्विंग गेंदबाज के तौर पर खेलने वाले इस दिग्गज ने 1977 में पाकिस्तान के खिलाफ आखिरी टेस्ट मैच खेला था। वो 1970 से 1977 तक इंग्लैंड की काउंटी टीम केंट के लिए भी खेले थे।















