रायपुर। छत्तीसगढ़ में हत्या, लूट, चाकूबाजी, महिलाओं के खिलाफ अपराध और डकैती की लगातार बढ़ती घटनाओं को लेकर सरकार को घेरने प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने गिरौदपुरी से राजधानी रायपुर तक न्याय यात्रा निकाली। 27 सितंबर से शुरु हुई इस यात्रा का समापन 2 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन रायपुर में हुआ। यात्रा के दौरान कांग्रेसियों ने छत्तीसगढ़ की बीजेपी सरकार की नीतियों का जमकर विरोध किया। अब इस यात्रा को लेकर बीजेपी ने राजधानी में प्रेस वार्ता की, जिसमें कांग्रेस की न्याय यात्रा पर तीखी प्रतिक्रिया दी गई। महामंत्री संजय श्रीवास्तव और अनुसूचित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष नवीन मार्कंडेय ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर कई गंभीर आरोप लगाए।
महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने कहा कि गिरौदपुरी मामले का राजनीतिकरण करने का प्रयास कांग्रेस द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने बलौदाबाजार आगजनी प्रकरण का जिक्र करते हुए बताया कि आरोपी देवेंद्र यादव अभी जेल में हैं और उन्हें जमानत तक नहीं मिल रही। उन्होंने कहा, “जब भी कोर्ट का कोई निर्णय कांग्रेस के पक्ष में नहीं आता, तो वे न्यायालय पर सवाल खड़े करते हैं। यह स्पष्ट है कि कांग्रेस को न्यायालय पर भरोसा नहीं है।” श्रीवास्तव ने यह भी कहा कि अपराधी ही न्याय यात्रा निकाल रहे हैं और जनता इस सत्य को भली-भांति जानती है।
महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने कांग्रेस की न्याय यात्रा को विफल बताते हुए कहा कि “यह राहुल गांधी की यात्रा से भी बड़ी फेल बैज की न्याय यात्रा साबित हुई है।” उन्होंने यह सवाल उठाया कि पिछले 5 वर्षों में गिरौदपुरी धाम में कोई विकास कार्य क्यों नहीं हुआ। इसके अलावा, श्रीवास्तव ने कांग्रेस से यह प्रश्न भी किया कि प्रदेश की 18 लाख जनता को आवास क्यों नहीं मिले और इसमें अनुसूचित जाति के लोग क्यों वंचित रहे। उन्होंने आरोप लगाया कि न्याय यात्रा के दौरान जिलाबदर आरोपी यात्रा का स्वागत कर रहे थे और पोस्टर फाड़ने जैसी हरकतें की गईं।
भाजपा ने न्याय यात्रा को “बौखलाहट यात्रा” करार देते हुए यह भी कहा कि यह खुद को जीवित रखने दीपक बैज की यात्रा थी। उन्होंने कांग्रेस पर तंज करते हुए सवाल उठाया कि तीनों राज्यसभा सांसद इस यात्रा में शामिल क्यों नहीं हुए और क्या वे मानते हैं कि कांग्रेस ने जनता के साथ अन्याय किया है।