रायपुरः Lok Sabha Chunav 2024 लोकसभा चुनाव के तीसरे और छत्तीसगढ़ के अंतिम चरण में 7 सीटों पर मंगलवार को मतदान होना है। इसके लिए रविवार शाम 6 बजे प्रचार थम गया। प्रत्याशी जीतने के लिए प्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक पैसा खर्च किया जा रहा है। इसमें भाजपा उम्मीदवार सबसे आगे हैं। सबसे ज्यादा खर्च बिलासपुर से भाजपा उम्मीदवार तोखनराम साहू ने किया है। वे 76 लाख रुपए से ज्यादा खर्च कर चुके हैं। जबकि कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र यादव ने 26 लाख रुपए ही खर्च किए हैं। वहीं सबसे कम खर्च कांकेर से कांग्रेस उम्मीदवार बीरेश ठाकुर (3.29 लाख) और रायपुर से भाजपा प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल ने (5.32 लाख रुपए) खर्च किया है। वहीं कोरबा के दोनों प्रत्याशियों ने खर्च की जानकारी नहीं दी है। निर्वाचन आयोग के अनुसार, ये आंकड़े 23 अप्रैल तक के हैं। आने वाले दिनों में इन खर्चों की राशि में बढ़ोतरी हो सकती है। खास बात यह है कि प्रत्याशियों ने प्रचार में खर्च करने के साथ ही पार्टी फंड में भी राशि दी है। इनमें रूप कुमार चौधरी और तोखनराम साहू भी शामिल हैं।
90 लाख रुपए तक खर्च कर सकते है प्रत्याशी
Lok Sabha Chunav 2024 निर्वाचन आयोग के अधिकारियों के मुताबिक, लोकसभा चुनाव में प्रचार-प्रसार करने के लिए 90 लाख रुपए की खर्च सीमा तय की गई है। हालांकि पार्टी कितना खर्च कर सकती है, इसकी कोई सीमा नहीं है। लोकसभा चुनाव में प्रत्याशियों के खर्च की सीमा को आयोग समय-समय पर बढ़ाता रहा है। साल 2019 में यह लिमिट 70 लाख रुपए की थी।
खर्चे में ये सब शामिल होता है
प्रत्याशियों को चुनाव आयोग बैठक, रैली, विज्ञापन, पोस्टर-बैनर और वाहन पर खर्च करने की अनुमति देता है। सभी उम्मीदवारों को चुनाव खत्म होने के 30 दिनों के अंदर अपने खर्चे का विवरण चुनाव आयोग को देना जरूरी है। आयोग अक्सर चुनाव में खर्च सीमा को संशोधित करता है। मुख्य रूप से कॉस्ट फैक्टर्स और वोटर्स की बढ़ती संख्या पर बेस्ड होता है। जिला लेवल राज्य चुनाव आयोग चुनाव में खर्चे के लिए कई वस्तुओं की रेट लिस्ट प्रकाशित करते हैं। हालांकि ज्यादातर जिलों ने अभी अपनी वेबसाइट पर रेट लिस्ट प्रकाशित नहीं की है। इस लिस्ट में उम्मीदवारों के लिए आवास, ट्रांसपोर्ट और होर्डिंग से लेकर टेंट, माला, झंडे और रैली में आने वाले लोगों के लिए भोजन शामिल है।