Ganesh Puja Niyam : सभी देवी-देवताओं में प्रथम पूज्य माने जावे भगवान गणेश का महापर्व गणेश उत्सव पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है. मान्यता है कि इन 10 दिनों के दौरान जो भी जातक गणपति से जुड़े कुछ विशेष उपाय कर लेता है तो उनकी जिंदगी में खुशियों का दौर आते देर नहीं लगती. शास्त्रों में भगवान गणेश की पूजा-पद्धति का विधान बताया गया है. इसके साथ ही कुछ ऐसी सामग्रियों के बारे में भी चर्चा की गई है, जिन्हें गलती से भी विघ्नहर्ता को अर्पित नहीं करना चाहिए वरना उनके नाराज होते देर नहीं लगती है. आइए जानते हैं कि ऐसी 4 चीजें कौन सी हैं, जिनसे हमें बचना चाहिए.
भगवान गणेश को अर्पित न करें ये चीजें ((Ganesh Puja Niyam))
न चढ़ाएं केतकी के फूल
Ganesh Puja Niyam भगवान गणेश की पूजा (Ganesh Puja Rules) में केतकी के फूल चढ़ाना वर्जित हैं. इसकी वजह ये है कि उनके पिता और भगवान शिव को केतकी के फूल अर्पित नहीं किए जाते, लिहाजा गणपति को भी ये फूल नहीं चढ़ाने चाहिए वरना उनकी नाराजगी झेलनी पड़ सकती है.
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इन सफेद चीजें से बचें
भगवान गणेश (Ganesh Puja Niyam) की आराधना करते हुए उन्हें कोई भी सफेद चीज अर्पित नहीं करनी चाहिए. असल में सफेद चीजों को चंद्रमा से संबंधित माना जाता है. कहते हैं कि एक बार चंद्रमा ने भगवान गणेश के रूप का मजाक उड़ाया था, जिससे क्रुद्ध होकर गणपति ने उन्हें श्राप दे दिया था. इसके बाद उनकी पूजा में सफेद चीजों को अर्पित करना अशुभ माना जाने लगा.
तुलसी के पत्ते न करें अर्पित
सिद्धि विनायक (Ganesh Puja Niyam) को तुलसी के पत्ते चढ़ाना भी वर्जित माना जाता है. कहते हैं कि तुलसी में मां लक्ष्मी का वास होता है, जो गणेश जी की मां समान हैं. ऐसे में गणेश जी की पूजा में तुलसी को अर्पित करना मां लक्ष्मी का अपमान माना जाता है. लिहाजा हमें इससे बचना चाहिए.
मुरझाए फूल और माला
विघ्नहर्ता की पूजा (Ganesh Puja Niyam) करते वक्त कभी भी सूखे या मुरझाए फूलों को उन पर अर्पित करने की गलती नहीं करनी चाहिए. कहते हैं कि ऐसा करने से घर में दरिद्रता का वास होता है और परिवार को एक-एक पैसे के लिए तरसना पड़ जाता है. इसलिए जब भी आप गणेश जी की पूजा करें तो हमेशा ताजे फूल ही चढ़ाएं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. देहात पोस्ट इसकी पुष्टि नहीं करता है.)