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छत्तीसगढ़ में खेल-खेल में होगी पहली क्लास की पढ़ाई:बच्चों की हेल्थ और मेंटल हेल्थ पर रहेगा फोकस, टीचर्स की ट्रेनिंग पूरी

छत्तीसगढ़ शिक्षा विभाग स्कूल रेडीनेस प्रोग्राम के तहत पहली कक्षा के बच्चों को 3 महीने तक खेल-खेल में पढ़ाई कराएगा। इसके लिए राज्य के करीब 30 हजार शिक्षकों को ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया गया है। सभी शिक्षकों को बच्चों को खेल-खेल में पढ़ाई कराने पर फोकस करने के निर्देश दिए गए हैं।

इस योजना के तहत बच्चों की पढ़ाई के दौरान उनके हेल्थ और मेंटल हेल्थ दोनों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार, स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम में कक्षा-1 के बच्चों के लिए 3 महीने का खेल आधारित शाला और कक्षा तैयार किया गया है। जिससे एडमिशन के बाद बच्चों को इसके अनुसार शिक्षा दी जा सके।

हेल्थ और मेंटल हेल्थ पर फोकस

शिक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि, बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य और खुशहाली को बनाए रखना, बच्चों को प्रभावशाली संप्रेषक बनना, बच्चों के सीखने के प्रति उत्साह, अपने आसपास से जुड़ाव, भाषा और साक्षरता कौशलों की विकास, संख्यात्मक, पर्यावरण और वैज्ञानिक सोच समेत सभी गतिविधियों पर विस्तार से चर्चा की जाए।

ये है स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम

स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम बच्चों को स्कूल के लिए आवश्यक कौशल विकसित करने में मदद करने का एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। इससे बच्चों को शारीरिक, सामाजिक, भावनात्मक और बौद्धिक रूप से विकसित करने में मदद करता है। शिक्षक साथी अपनी आवश्यकताओं और बच्चों की ज़रूरतों के अनुसार इसमें बदलाव कर सकते हैं।

30 हजार से ज्यादा शिक्षकों की दी ट्रेनिंग

शिक्षा विभाग ने कार्यक्रम की तैयारियों को दुरुस्त करने के लिए लगातार 10 दिन तक प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों के टीचर्स को ट्रेनिंग दी है। सभी शिक्षकों की उदाहरण के साथ समझाया गया है कि उन्हें किस तरह से बच्चों को खेल-खेल में ज्ञान और पढ़ाई की बातें सिखानी है।