suhagrat मध्य प्रदेश में लुटेरी दुल्हन गैंग एक्टिव है. ये गिरोह ऐसे परिवारों का पता लगाता है, जो सम्पन्न है, सक्षम है और शादी के लिए परेशान है. फिर गिरोह परिवार को निशाने पर लेता है और शादी रचाकर दुल्हन एक ही दिन बाद फरार हो जाती है और अपने साथ मोटी रकम व जेवरात भी ले जाती है.
suhagrat दमोह से ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां एक परिवार के साथ कुछ ऐसा ही घट रहा था. लेकिन परिवार की सतर्कता ने बड़ा कांड होने से रोक लिया. लुटेरी दुल्हन और गिरोह के तीन सदस्य अब सलाखों के पीछे जाने वाले हैं.
दरअसल, जिले के हटा में नेमा परिवार के एक लड़के की शादी नहीं हो रही थी, जिसके चलते परिवार परेशान था और कई लोगों से उन्होंने लड़के की शादी की बात की.इसी बीच उनका संपर्क इस गिरोह के एक सदस्य से हो गया. शादी एक दिन में करने की शर्त रखी गई और दलाल ने डेढ़ लाख रुपये की मांग भी की. नेमा परिवार ने रकम भी दी और साधारण तरीक़े से बांदकपुर में शादी कर ली. घर में उमंग ओर उत्साह का माहौल था.
दूसरे ही दिन लुटेरी दुल्हन ने स्क्रिप्ट कहानी पर काम करना शुरू कर दिया.दुल्हन को कॉल आया कि उसके भाई का एक्सीडेंट हो गया है औऱ उसकी मौत हो गई है.दुल्हन अपने मायके जाना चाहती थी, उसने तैयारी भी कर ली. बाकायदा पैसा औऱ जेवरात अपने बैग में रख लिए औऱ जाने की तैयारी चल रही थी. लेकिन परिवार को शक हुआ और शक सच साबित हुआ. नेमा परिवार ने हटा पुलिस थाने में शिकायत की तो पुलिस थाने से पुलिस वाले उनके घर पहुंचे औऱ दुल्हन से पूछताछ करने के साथ पड़ताल कीतो मामला लुटेरी दुल्हन का ही निकला.
लुटेरी दुल्हन को हिरासत में लिया गया ओर फिर उसने सारे राज उगल दिये.हटा पुलिस के सामने लुटेरी दुल्हन का पूरा सच सामने आ चुका था.दुल्हन के फर्जी आधार कार्ड थे और नाम बदल कर वो अलग-अलग शादियों को अंजाम देती थी. सिर्फ दमोह जिले में ये अब तक उसकी तीसरी शादी थी. इसी जिले के कुम्हारी और मगरोन थाना क्षेत्रों में भी इसी दुल्हन ने ऐसे ही शादी रचाई. एक दिन बिताया और फिर लूट का माल लेकर फरार हो गई.