इस प्रतिष्ठित फिल्म समारोह के लिए भारत की
फिल्मों का चयन, इनमें ज्यादातर क्षेत्रीय भाषा की
नयी दिल्ली। प्रतिष्ठित 75वें कान फिल्म महोत्सव की मंगलवार 17 मई शाम को शुरुआत होने की तैयारी पूरी हो चुकी है और सम्मानित देश के तौर पर भारत की छह फिल्में इस बार वहां दिखायी जाएंगी।
तीन साल बाद पूरी तरह लोगों की मौजूदगी के साथ कान फिल्म महोत्सव का आगाज मिशेल हेजानिवशियस की फिल्म ‘‘फाइनल कट” की स्क्रीनिंग के साथ हो रहा है।
इस बार फिल्म महोत्सव में अपनी आजादी की 75वीं वर्षगांठ का जश्न मना रहे भारत की छह फिल्में दिखायी जाएगी।
इसमें अभिनेता आर. माधवन के निर्देशन वाली पहली फिल्म ‘‘रॉकेट्री : द नाम्बी इफेक्ट” शामिल है जो जुलाई की शुरुआत में रिलीज होनी है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने पांच अन्य फिल्मों का भी चयन किया है।
इनमें निखिल महाजन की मराठी भाषी फिल्म ‘‘गोदावरी”, शंकर श्रीकुमार की ‘‘अल्फा बीटा गामा”, बिस्वजीत बोरा की ‘‘बूम्बा राइड”, अचल मिश्रा की ‘‘धुइन” और जयराज की ‘‘ट्री फुल ऑफ पैरट्स” शामिल हैं। ये सभी फिल्में कान फिल्म महोत्सव में दिखायी जाएगी।
शौनक सेन की सनडांस वर्ल्ड सिनेमा ग्रां जूरी पुरस्कार विजेता डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘‘ऑल द ब्रेथ्स”, ‘‘ले सिनेफ” खंड में प्रथम खुराना की ‘‘नौहा” और जूरी सदस्य दीपिका पादुकोण इस साल प्रतिष्ठित फिल्म महोत्सव में ‘‘आधिकारिक” भागीदार हैं।
अनुराग करेंगे भारत का नेतृत्व, टीम में एआर रहमान,
माधवन, शेखर कपूर व नवाजुद्दीन सहित कई शामिल
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर कान फिल्म महोत्सव में शामिल होने के लिए सोमवार 16 मई की रात फ्रांस के लिए रवाना हुए। ‘मार्चे डू फिल्म्स’ या कान फिल्म मार्केट में भारत को आधिकारिक ‘कंट्री ऑफ ऑनर’ घोषित किया गया है।
ठाकुर मंगलवार शाम को ‘रेड कार्पेट’ पर चलेंगे और बुधवार को मैजेस्टिक बीच पर मार्चे डू फिल्म के ‘ओपनिंग नाइट’ समारोह में भी शिरकत करेंगे। ठाकुर के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल में ए आर रहमान, नवाजुद्दीन सिद्दीकी, नयनतारा पूजा हेगड़े, प्रसून जोशी, आर माधवन, रिकी केज, शेखर कपूर, तमन्ना भाटिया, वाणी त्रिपाठी और लोक गायक मामे खान सहित मनोरंजन जगत की शीर्ष हस्तियां शामिल होंगी।
तेलुगू एवं तमिल फिल्मों की अभिनेत्री तमन्ना ने ट्वीट किया, ‘‘कान फिल्मोत्सव के मार्चे डू फिल्म में भारत का प्रतिनिधित्व करना गौरव की बात है।” अभिनेता अक्षय कुमार भी आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे, लेकिन कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण वह इसमें शामिल नहीं हो पाए।