लखनऊः Kundarki By Election Result 2024 उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के अतंर्गत डाले गए वोटों की आज गिनती हो रही है। उपचुनाव के रुझानों में लगातार उलटफेर हो रहा है। एनडीए गठबंधन दो सीटों पर चुनाव जीत चुकी है। कुंदरकी से भाजपा प्रत्याशी ठाकुर रामवीर सिंह, सीसामऊ से नसीम सोलंकी ने जीत दर्ज की है। अभी सात और सीटों के नतीजे आने बाकी हैं। जिसमें करहल, कटेहरी, मझवां, फूलपुर, गाजियाबाद, खैर और मीरापुर सीट शामिल है। सबसे खास बात यह है कि कुंदरकी में ठाकुर रामवीर सिंह एकमात्र ऐसे उम्मीदवार थे, जो गैर मुस्लिम थे।
Kundarki By Election Result 2024 गौरतलब है कि सपा ने जिन हाजी मोहम्मद रिजवान को अपना प्रत्याशी बनाया उनका राजनैतिक अनुभव करीब 40 साल का था। वह पहली बार 2002 में कुंदरकी सीट से चुनाव जीते थे। हालांकि, 2007 में बसपा के हाजी अकबर से हार गए थे। लेकिन 2012 और 2017 में उन्होंने वापसी करते हुए लगातार दो बार कुंदरकी सीट पर जीत दर्ज की। ये सीट सपा का गढ़ मानी जाती रही है लेकिन इस बार बीजेपी ने सपा के गढ़ में सेंध लगा दी है, जो अखिलेश यादव के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं है।
कैसे बीजेपी ने बनाई बढ़त
नतीजों को देखकर सवाल उठ रहे हैं कि क्या कुंदरकी में मुस्लिम वोट के बंटवारे का फायदा बीजेपी को मिला? साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ के एग्रेसिव कैम्पेन का भी पार्टी को फायदा हुआ। खुद रामवीर ठाकुर भी मुस्लिम मतदाताओं के बीच पैठ बनाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे थे। बीजेपी की मुस्लिम विंग और मुस्लिम नेताओं ने कुंदरकी में डेरा डाल रखा था और जमकर चुनाव प्रचार किया था। वहीं, समाजवादी पार्टी उम्मीदवार के खिलाफ एंटीइनकंबेसी भी देखने को मिली। लोकल नेताओं में गुटबाज़ी की बात भी कही जा रही है।
सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क बोले- लोकतंत्र की हुई हत्या
कुंदरकी उपचुनाव में सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने चुनाव प्रक्रिया पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि यदि चुनाव निष्पक्ष और ढंग से होता, तो समाजवादी पार्टी बड़े अंतर से जीत हासिल करती। उन्होंने चुनाव के दौरान पुलिस-प्रशासन पर दबाव बनाने, राशन डीलरों और ग्राम प्रधानों को प्रभावित करने का आरोप लगाया। सांसद ने कहा कि चुनाव से दो दिन पहले से ही माहौल को बिगाड़ने का प्रयास किया गया। कई स्थानों पर विशेष पर्चियों के आधार पर वोटिंग की अनुमति दी गई, जबकि अन्य लोगों को वोट डालने से रोका गया। उन्होंने इसे संविधान के लोकतंत्र की हत्या करार दिया।