सीजीपीएससी में पूछा सवाल, छत्तीसगढ़ी बोली, व्याकरण और कोष के रचनाकार कौन…

रायपुर। सीजीपीएससी मेंस की शुरुआत गुरुवार को हो गई। कुल 246 पदों के लिए परीक्षा आयोजित की जा रही है। रायपुर में 3 परीक्षा केंद्र बनाए गए। इसमेें परीक्षा के प्रथम दिवस की पहली पाली में कुल 985 अभ्यर्थियों में से 921 और द्वितीय पाली में 917 अभ्यर्थी शामिल हुए। पहली शिफ्ट लैंग्वेज की थी जिसमें हिंदी, अंग्रेजी और छत्तीसगढ़ी शामिल थी, वहीं दूसरा पेपर निबंध लेखन का था।
परीक्षा में छत्तीसगढ़ी के कुछ रोचक सवाल भी पूछे गए। जैसे – छत्तीसगढी बोली, व्याकरण और कोष के रचनाकार कौन हैं? एक ठन हर्रा गांव भर खोखी का आशय लिखिए। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित राज्य सेवा मुख्य परीक्षा-2024 इस वर्ष 29 जून तक आयोजित की जाएगी। गुरुवार 27 जून को जनरल स्टडीस- 1 व 2, 28 जून को जनरल स्टडीस 3 व 4 और 29 जून को जनरल स्टडीस- 5 का पेपर होगा।
पूछे गए छत्तीसगढ़ी मुहावरा व हाना का अर्थ
लैंग्वेज पेपर में 50 नंबर के सवाल छत्तीसगढ़ी भाषा पर पूछे गए। पेपर में छत्तीसगढ़ी मुहावरों और हाना के हिन्दी आशय भी पूछा गया। इसमें नंदिया बैला होना, जागे जागे सुतना, दॅईहा नइ खॅुदना, केरा पान कस डोलना, पहार में चारा चरे अऊ चट्टान मं पानी पिये शामिल थे। पेपर में रचनाकारों के बारे में भी पूछा गया। इसमें कौशल्या के कोसला, तुलसी के बिरवा जगाय और शिवायन के रचनाकार कौन है। छत्तीसगढ़ी शब्दों का हिन्दी समानार्थी शब्द पूछे गए।
इन टॉपिक्स पर निबंध लेखन
निबंध लेखन में अंतरराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर के मुदृदों में अमेरिकी टैरिफ, आद्रभूमि के संरक्षण के लिए रामसर स्थलों का महत्व, सांस्कृतिक प्रदूषण जैसे विषय दिए गए थे। वहीं छत्तीसगढ़ स्तर पर बस्तर दशहरा, छत्तीसगढ बजट, जैविक खेती, अक्षय ऊर्जा जैसे विषय को शामिल किया गया।
काफी अच्छा रहा पेपर
एक्सपर्ट अंकित अग्रवाल ने बताया कि पेपर काफी अच्छा और बैलेंस रहा। ऐसे ही पेपर होने चाहिए। वहीं अभ्यर्थियों ने बताया कि मेंस का पेपर काफी अच्छा था पेपर बनाने में भी काफी मजा आया। लैंग्वेज और निबंध लेखन दोनों में ही अच्छे सवाल पूछे गए थे।
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