Hathras Bhole Baba: नई दिल्ली। हाथरस में भोले बाबा के सत्संग में हुई भगदड़ में अब तक 121 लोगों की मौत हो गई है। दर्जनों लोग घायल है। तो वहीं, घायलों में एक महिला जो मरते-मरते बची हैं, उनका कहना है कि इस हादसे के लिए बाबा या उनके सेवादार बिल्कुल जिम्मेदार नहीं है। उनका कहना है कि ‘भोले बाबा’ तो ‘कृष्ण का अवतार’ हैं। उनकी क्या गलती है। जब हादसा हुआ बाबा तो वहां से चले गए थे। हालांकि, वह पुलिस प्रशासन को जरूर दोष दे रही हैं।
भोले बाबा यानी विश्व साकार हरि भोले बाबा के प्रति उनके अनुयायियों में अटूट आस्था है। कई भक्त तो ये तक कहते हैं कि बाबा के बहादुर नगर वाले आश्रम में लगे हैंड पंप से पानी की जगह अमृत निकलता है। इस पानी को पीने से डेंगू जैसी बीमारियां भी दूर हो जाती है। इतना ही नहीं भक्त इस हैंडपंप से पानी भरकर भी घर ले जाते हैं। बाबा के प्रति भक्तों की ऐसी दीवानगी है कि उन्होंने आश्रम के लिए बाबा को अपनी जमीन तक दे दी है।
हादसे में पुलिस द्वारा की जा रही जांच के दौरान कई बड़े चौका देने वाले खुलासे हुए हैं। प्रारंभिक रिपोर्ट में पाया है कि बाबा के चरण की धुली पाने के लिए उनकी तरफ बढ़ रही भीड़ को जब सेवादारों ने रोकने की कोशिश की तो हालात बेकाबू हुए और लोग एक दूसरे के ऊपर गिरत चले गए। इसी दौरान भगदड़ मची और इतना भीषण हादसा हो गया।
बता दें कि मंगलवार को भगदड़ में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़ कर 121 हो गयी है, जबकि 35 का इलाज हाथरस, आगरा और अलीगढ़ के अस्पतालों में चल रहा है। मृतकों में अभी 19 की पहचान होनी बाकी है, जबकि 28 घायलों की पहचान की जा चुकी है। मृतकों में 114 महिलायें शामिल हैं।