एक्टर सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की मौत को चार साल से ज्यादा हो गए हैं, लेकिन अभी तक उनकी मौत की गुत्थी सुलझ नहीं पाई है. ये पूरा मामला सीबीआई के पास है. ‘दिल बेचारा’ अभिनेता के प्रशंसक अक्सर सोशल मीडिया पर ‘जस्टिस फॉर सुशांत सिंह राजपूत’ ट्रेंड करते हैं और उनके लिए न्याय की मांग करते हैं. वहीं उनके परिवार का भी दावा है कि अभिनेता ने आत्महत्या नहीं की, बल्कि उनकी हत्या की गई है.
पॉल बार्टल्स के ख़िलाफ़ कोई सबूत नहीं मिला
सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) मौत के मामले की जांच अभी भी जारी है और मामले ने एक नया मोड़ ले लिया है. एक विशेष अदालत ने सुशांत से जुड़े ड्रग मामले में ऑस्ट्रेलियाई नागरिक को बरी कर दिया है. खबर मिली है कि कोर्ट ने अभिनेता अर्जुन रामपाल की पार्टनर गैब्रिएला के भाई एजेसिलोस डेमेट्रियड्स के दोस्त पॉल बार्टेल्स के खिलाफ सबूतों के अभाव में बरी करने की याचिका स्वीकार कर ली है.
बता दें कि जब सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की मौत हुई थी, तब एनसीबी ने ड्रग मामले में पॉल बार्टल्स समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया था. उन्हें 12 नवंबर 2020 को गिरफ्तार किया गया था. जबकि रिया चक्रवर्ती से लेकर उनके भाई शॉक तक सभी जमानत पर बाहर हैं, अदालत ने पॉल बार्टेल्स को मामले में बरी करने की अनुमति दे दी है. विशेष न्यायाधीश महेश जाधव ने 9 अगस्त को नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट के तहत उनकी याचिका स्वीकार कर ली.
सह-आरोपी के बयान के आधार पर की गई गिरफ्तारी
पॉल ने यह भी कहा कि उन्हें सह-आरोपी डेमेट्रिएड्स और निखिल सलधाना के बयान के आधार पर गिरफ्तार किया गया था, लेकिन जब नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने तलाशी ली, तो उन्हें उनके घर से कुछ नहीं मिला. पॉल को गिरफ्तार करते समय, एनसीबी ने तर्क दिया कि वह सह-आरोपियों से ड्रग्स खरीद रहा था, जो रिया चक्रवर्ती, उसके भाई शौक और सुशांत सिंह राजपूत से जुड़े थे.